वायु ऊष्मा का कुचालक है जो कम्बल के रेशों के बीच भरी रहती है। जब शरीर की कम्बल से लपेटा जाता है, तो शरीर की ऊष्मा बाहर नहीं निकल पाती। अतः शरीर गर्म रहता है। बर्फ को ऊनी कम्बल से लपेटने पर वायुमंडलीय ऊष्मा को बर्फ तक पहुँचने से कम्बल रोकता है। अतः बर्फ नहीं पिघलती है।
ऊनी कम्बल शरीर को गर्म रखता है फिर भी बर्फ पर लपेटने से उसे गलने से बचाता है, कैसे?
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