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राजस्थान आर्थिक समीक्षा वर्ष 2017-18 Economic Review

  1. वर्ष 2011 के अनुसार भारत की जनसंख्या 121.09 करोड है।
  2. राजस्थान में वर्ष 2001-2011 में जनसंख्या दशकीय वृद्धि दर 21.3 प्रतिशत रहा हैं।
  3. भारत में वर्ष 2001-2011 में जनसंख्या दशकीय वृद्धि दर 17.7 प्रतिशत रहा हैं।
  4. वर्ष 2011के अनुसार राजस्थान का जनसंख्या घनत्व 200 जनसंख्या प्रति वर्ग किमी. है।
  5. वर्ष 2011 के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व 382 जनसंख्या प्रति वर्ग किमी. है।
  6. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान में कुल जनसंख्या से शहरी जनसंख्या का प्रतिशत 31.1 प्रतिशत है।
  7. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान में कुल जनसंख्या का अनुसूचित जाति की जनसंख्या का 17.8 प्रतिशत है।
  8. वर्ष 2011 के अनुसार भारत में कुल जनसंख्या का अनुसूचित जाति की जनसंख्या 16.6 प्रतिशत है।
  9. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान में कुल जनसंख्या से अनुसूचित जनजाति (एस.टी.) की जनसंख्या का 13.5 प्रतिशत है।
  10. वर्ष 2011 के अनुसार भारत में कुल जनसंख्या से अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है।
  11. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान का लिंगानुपात (महिलाएं प्रति हजार पुरूष पर) 928 है।
  12. वर्ष 2011 के अनुसार भारत का लिंगानुपात (महिलाएं प्रति हजार पुरूष पर) 943 है।
  13. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान का बाल लिंगानुपात (0-6वर्ष) (बालिकाए प्रति हजार बालक पर) 888 है।
  14. वर्ष 2011 के अनुसार भारत का बाल लिंगानुपात (0-6वर्ष) (बालिकाए प्रति हजार बालक पर) 919 है।
  15. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.1 प्रतिशत है।
  16. वर्ष 2011 के अनुसार भारत की साक्षरता दर 73.0 प्रतिशत है।
  17. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान की पुरूष व महिला साक्षरता दर 79.2 (पुरूष) व 52.1 (महिला) प्रतिशत है।
  18. वर्ष 2011 के अनुसार भारत की पुरूष व महिला साक्षरता दर 80.9 (पुरूष) व 64.6 (महिला) प्रतिशत है।
  19. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान में साक्षरता में जेण्डर गैप (जनगणना-2011) 27.1 प्रतिशत रहा हैं।
  20. वर्ष 2011 के अनुसार भारत में साक्षरता में जेण्डर गैप (जनगणना-2011) 16.1 प्रतिशत रहा हैं।
  21. वर्ष 2011 के अनुसार राजस्थान तथा भारत की कार्य सहभागिता दर 43.6 प्रतिशत (राजस्थान) तथा 39.8 प्रतिशत (भारत) है।
  22. वर्ष 2016 के अनुसार राजस्थान में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 24.3 जन्म दर है।
  23. वर्ष 2016 के अनुसार भारत में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 20.4 जन्म दर है।
  24. वर्ष 2016 के अनुसार राजस्थान में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 6.1 मृत्यु दर है।
  25. वर्ष 2016 के अनुसार भारत में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 6.4 मृत्यु दर है।
  26. राजस्थान में वर्ष 2016 के अनुसार प्रति हजार जीवित जन्म पर 41 शिशु मृत्यु दर हैं।
  27. भारत में वर्ष 2016 के अनुसार प्रति हजार जीवित जन्म पर 34 शिशु मृत्यु दर हैं।
  28. राजस्थान में वर्ष 2011-13 में प्रति एक लाख जीवित जन्म पर 244 मातृ मृत्यु अनुपात हैं।
  29. भारत में वर्ष 2011-13 में प्रति एक लाख जीवित जन्म पर 167 मातृ मृत्यु अनुपात हैं।
  30. राजस्थान में वर्ष 2011-15 में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 67.9 वर्ष है।
  31. राजस्थान में वर्ष 2011-15 में जन्म के समय पुरूष एवं महिला की जीवन प्रत्याशा 65.7वर्ष एवं 70.4 वर्ष है।
  32. भारत में वर्ष 2011-15 में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 68.3 वर्ष है।
  33. भारत में वर्ष 2011-15 में जन्म के समय पुरूष एवं महिला की जीवन प्रत्याशा 66.9वर्ष एवं 70.0 वर्ष है।
  34. राजस्थान में कुल प्रजनन दर (जन्म प्रति महिला)-2016 में 2.7 हैं।
  35. भारत में कुल प्रजनन दर (जन्म प्रति महिला)-2016 में 2.3 हैं।
  36. राजस्थान में अशोधित जन्म दर (प्रति हजार मध्यवर्षीय जनसंख्या पर जीवित जन्म)-2016 में 24.3 हैं।
  37. भारत में अशोधित जन्म दर (प्रति हजार मध्यवर्षीय जनसंख्या पर जीवित जन्म)-2016 में 20.4 हैं।
  38. राजस्थान में अशोधित मृत्यु दर (प्रति हजार मध्यवर्षीय जनसंख्या पर जीवित जन्म)-2016 में 6.1 हैं।
  39. भारत में अशोधित मृत्यु दर (प्रति हजार मध्यवर्षीय जनसंख्या पर जीवित जन्म)-2016 में 6.4 हैं।
  40. बारहवीं पंचवर्षीय योजना का आकार रूपये 1,96,992 करोड़ है जोकि ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के अनुमोदित उदव्यय से 174.62 प्रतिशत अधिक है।
    ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का उदव्यय रू 71,731.98 करोड़ था।
  41. बारहवीं पंचवर्षीय योजना (2012-2017) में अनुमोदित सबसे अधिक उदव्यय उर्जा पर कुल उदव्यय से प्रतिशत 72723.25/36.92 प्रतिशत है।
  42. बारहवीं पंचवर्षीय योजना में अनुमोदित सबसे अधिक उदव्यय उर्जा पर (72723.25 करोड़) 36.92 प्रतिशत है तथा दूसरे नम्बर पर उदव्यय सामाजिक एवं सामुदायिक सेवाएं पर 69490.58 करोड़ (35.28) प्रतिशत है।
  43. बारहवीं पंचवर्षीय योजना में राजस्थान में कृषि का लक्ष्य (3.50),उघोग का लक्ष्य (8.00), सेवाओं का लक्ष्य (9.50), कुल वृद्वि दर (7.70) रखा गया है।
  44. बारहवीं पंचवर्षीय योजना में राजस्थान में शिशु मृत्यु दर (प्डत्) का लक्ष्य शिशु मृत्यु प्रति हजार जीवित जन्मों पर 40 रखा गया है।
  45. बारहवीं पंचवर्षीय योजना में राजस्थान में मातृ मृत्यु अनुपात (डडत्) लक्ष्य मातृ मृत्यु प्रति लाख जीवित जन्मों पर 200 रखा गया है।
  46. बारहवीं पंचवर्षीय योजना में राजस्थान में सकल प्रजनन दर (ज्थ्त्) लक्ष्य जन्म प्रति महिला पर 2.5 रखा गया है।
  47. इस योजना में राजस्थान में महिलाओं में रक्त अल्पता (15-49 वर्ष) में लक्ष्य 24.3 प्रतिशत रखा गया है।
  48. इस योजना में राजस्थान में 3 वर्ष से कम आयु के बच्चों में कुपोषण का लक्ष्य 25.3 प्रतिशत रखा गया है।
  49. इस योजना में राजस्थान में लिंगानुपात (0-6 वर्ष) का लक्ष्य बालिकांए प्रति हजार बालको पर 912 रखा गया है।
  50. इस योजना में राजस्थान में कुल साक्षरता दर लक्ष्य 91.89 प्रतिशत रखा गया है।
  51. इस पंचवर्षीय योजना में राजस्थान मे पुरूष साक्षरता दर लक्ष्य 66.22 प्रतिशत रखा गया है।
  52. राजस्थान में इस योजना में स्कीमवार सबसे ज्यादा परिव्यय (2017-18) में सामाजिक एवं सामुदायिक सेवाएं पर 35357.60 (43.57 प्रतिशत) हुआ है।
  53. राजस्थान में इस योजना मे सितम्बर 2017 तक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक शाखाएं संख्या 1498 है।
  54. राजस्थान में सितम्बर 2017 तक विदेशी बैंक शाखाओं की संख्या 6 है।
  55. राजस्थान मंे निजी क्षेत्र के बैंको में शाखाओं की संख्या 1081 है।
  56. राजस्थान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में शाखाओं की संख्या 4340 है।
  57. राजस्थान में लघु वित्त बैंक के शाखाओं की संख्या 32 है।
  58. राजस्थान में सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंको की शाखाओं की संख्या 6957 है।
  59. राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन हेतु वर्ष 2008 में भामाशाह योजना लागु की गई थी। इस योजना का सभी सरकारी योजनाओं के नकद व गैर-नकद लाभ के सीधें व पारदर्शी रूप से हस्तान्तरण करने के लिए वर्ष 2014 मंे वृहद् रूप से पुनः प्रारम्भ किया गया।
  60. यह योजना एक परिवार आधारित वित्तिय समावेशन की योजना है। जिसमें प्रत्येक परिवार को एक भामाशाह कार्ड जारी किया जाता हैं। भामाशाह योजना प्लेटफाॅर्म के माध्यम से नकद लाभ सीधे लाभार्थी बैंक खाते में प्राप्त करता हैं। भामाशाह प्लेटफाॅर्म जनधन, आधार और मोबाईल नामक त्रिगुणात्मक इलेक्ट्रोनिक सर्विस व्यवस्था पर आधारित है, जो कि डिजिटल भुगतान के लिए आवश्यक प्लेटफाॅर्म प्रदान करती हैं। इसमें महिला सशक्तिकरण हेतु महिला को परिवार का मुखिया बनाया गया हैं। परिवार का भामाशाह कार्ड महिला मुखिया को जारी किया जाता हैं।
  61. राज्य में गैर नकद लाभों यथा- राशन वितरण हेतु उचित मूल्यों की दुकानों पर लगभग 25,000 पाॅस मशीने स्थापित की गई हैं।
  62. भामाशाह योजना के माध्यम से हस्तांतरित किए गए लाभों के सामाजिक अंकेक्षण हेतु वर्ष में दो बार प्रशासनिक प्रतिवेदन ग्राम सभा में प्रस्तुत किया जाता है।
  63. राजस्थान में भामाशाह योजना में 31 दिसम्बर 2017 तक भामाशाह नामांकित परिवारों की संख्या 1.50 करोड हुई हैं।
  64. राजस्थान में भामाशाह योजना में 31 दिसम्बर 2017 तक भामाशाह नामांकित व्यक्तियों की संख्या 5.52 करोड हुई हैं।
  65. भामाशाह योजना में नकद व गैर नकद लेनदेनों की संख्या 32.55 करोड हुई ।
  66. भामाशाह योजना में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण लाभार्थियों के बैंक खातांें में नकद लाभ हस्तांतरण रूपये 12,500 करोड हुआ हैं
  67. भामाशाह योजना में आधार अधिनियम 2016 के अनुच्छेद 7 के अन्तर्गत विभिन्न विभागों की
  68. 164 नगद एवं गैर नकद लाभ की योजनाओं को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण हेतु अधिसूचित किया गया हैं तथा अधिनियम, 2016 के अनुच्छेद 57 के अन्तर्गत विविध विभागों की 30
  69. विभिन्न प्रकार की सेवाएं भामाशाह प्लेटफाॅर्म के माध्यम से उपलब्ध करवाने हेतु एक परिपत्र जारी किया गया हैं।
  70. भामाशाह योजना को संवैधानिक संस्था का ढाॅचा प्रदान करने हेतु राजस्थान राज्य विधानसभा द्वारा राजस्थान भामाशाह (जन कल्याणकारी लाभ एवं सेवाओं का प्रत्यक्ष हस्तान्तरण) अधिनियम,2017 अप्रैल,2017 में पारित किया गया है।
  71. भामाशाह योजना के माध्यम से हस्तांतरित किए गए लाभों का सामाजिक अंकेक्षण किये जाने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत पर मई 2017 तथा नवम्बर,2017 में आयोजित ग्राम सभाओं मंे प्रशासनिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
  72. राजस्थान में भामाशाह योजना के अन्तर्गत ई-मित्र पे-पाॅइन्ट्स को 4018 निःशुल्क माइक्र्रो ए.टी.एम. मशीने प्रदान की जा चुकी है।
  73. राज्य का सकल घरेलू राज्य उत्पाद वर्ष 2017-18 में अग्रिम अनुमान के अनुसार रू 8,40,263 करोड हैं।
  74. राजस्थान में गत 5 वर्षो में राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में औसत 7.15 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई हैं।
  75. राजस्थान में वर्ष 2017-18 में प्रति व्यक्ति आय प्रचलित कीमतों पर रू 1,00,551 पहुॅंच गई हैं।(गत वर्ष की तुलना में 9.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।)
  76. भारत में वर्ष 2017-18 में प्रति व्यक्ति आय प्रचलित कीमतों पर रू 1,11,782 पहुॅंच गई हैं।(गत वर्ष की तुलना में 8.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।)
  77. राजस्थान में वर्ष 2017-18 में प्रति व्यक्ति आय स्थिर (2011-12) कीमतों पर रू 76,146 पहुॅंच गई हैं। (गत वर्ष की तुलना में 5.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।)
  78. भारत में वर्ष 2017-18 में प्रति व्यक्ति आय स्थिर (2011-12) पर रू 86,660 पहुॅंच गई हैं।(गत वर्ष की तुलना में 5.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।)
  79. राजस्थान में वर्ष 2016-17 में प्रचलित कीमतों पर सकल स्थाई पूंजी निर्माण सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 29.41 प्रतिशत हैं।
  80. राजस्थान में वर्ष 2017-18 में प्रचलित कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद रू 8,40,263 हैं।
  81. भारत में वर्ष 2017-18 में प्रचलित कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद रू 1,66,27,585 करोड हैं।
  82. राजस्थान में वर्ष 2017-18 में स्थिर कीमतो (2011-12ं) पर सकल घरेलू उत्पाद रू 6,41,940 करोड हैं।
  83. भारत में वर्ष 2017-18 में स्थिर कीमतों (2011-12ं)ं पर सकल घरेलू उत्पाद रू 1,29,85,363 करोड हैं।
  84. राजस्थान में थोक मूल्य सूचकांक वर्ष 2016 में 282.61 से बढकर वर्ष 2017 (माह नवम्बर,
  85. 17 तक) में 290.55 रहा हैं, जो कि 2.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता हैं।
  86. अन्नपूर्णा भण्डार- राज्य में कुल 6,124 अन्नपूर्णा भण्डार कार्य कर रहे हैं, जिनके द्वारा 150
  87. से अधिक उच्च गुणवतापूर्ण मल्टी ब्राण्ड वस्तुऐ उपलब्ध हैं।
  88. उपभोक्ता मामलात्- राज्य में उपभोक्ता शिकायतों का रजिस्ट्रेशन आॅनलाइन हैल्पलाइन (1800-180-6030) के माध्यम से करते हैं।
  89. राजस्थान में थोक तथा खुदरा स्तर पर मुद्रास्फीति को मापने हेतु सामान्यतः थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यू.पी.आई.) व उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सी.पी.आई) उपयोग में लिये जाने वाले संकेतक हैं।
  90. आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय के द्वारा वर्ष 1957 से साप्ताहिक आधार पर आवश्यक वस्तुओं के थोक एव खुदरा भावों का राज्य के चयनित केन्द्रों सें नियमित संग्रहण किया जा रहा हैं।
  91. औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सी.पी.आई.-आई.डब्ल्यू) का आधार वर्ष 2001़़़=100 हैं।
  92. सामान्य उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (ग्रामीण,शहरी एवं संयुक्त) का आधार वर्ष  2012़़़=100 हैं।
  93. आर्थिक वृद्वि एवं समृद्वि को विकास के साधन के रूप् में माना जाता हैं।
  94. मानव विकास की अवधारणा 1980 के दशक के उतरार्द्ध में विकसित हुई जो कि डाॅ.अमत्र्य सेन एवं डाॅ.महबूब उल हक की बुनियादी अवधारणा पर आधारित हैं।
    मानव विकास सूचकांक (भ्क्प्) मानव जीवन के विभिन्न आयामों के साथ ही दीर्घायु, ज्ञान एवं सम्मानजनक जीवनयापन के मात्रात्मक तत्वों पर केन्द्रित एक समग्र सूचकांक हैं।
  95. वैश्विक मानव विकास प्रतिवेदन 2016 ह्यूमन डवलपमेंट फाॅर एवरीवन में भारत का विश्व के 188 देशों में मध्यम स्तर के मानव विकास सूचकांक 0.624 के साथ 131 वां स्थान हैं।
  96. भारत का प्रं्रथम मानव विकास प्रतिवेदन (आई.एच.डी.आर.) वर्ष 2001 में प्रकाशित किया गया था।
  97. राजस्थान का पहला मानव विकास प्रतिवेदन वर्ष 2002 में जारी किया गया था। इसका मुख्य विषय वैश्वीकरण के युग में स्थायी आजीविका को बढावा देना था।
  98. राज्य का मानव विकास प्रतिवेदन 2015 शीघ्र ही प्रकाशित किया जायेगा। इस प्रतिवेदन का विषय समानता एवं स्थायित्वता हैं।
  99. राजस्थान में सर्वशिक्षा अभियान (एस.एस.ए.) को राज्य में 6-14 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए कार्यान्वित किया जा रहा हैं।
  100. राजस्थान में निःशुल्क अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 राज्य में 1 अप्रैल 2010 से राज्य में क्रियान्वित किया जा रहा हैं। इस अधिनियम के अनुसार निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीटें कमजोर तबके तथा वंचित समूह के छात्र-छात्राओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं।
  101. राजस्थान में दिसम्बर 2017 तक ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित लोक शिक्षा केन्द्रों मंें 8,869 महात्मा गांधी पुस्तकालय स्थापित किये गये हैं।
  102. राज्य में वर्ष 2017-18 में 200 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हैं एवं इन विद्यालयों में 19,984 बालिकाए अध्ययनरत हैं।
  103. राज्य में प्रौढ शिक्षा के लिए केन्द्र प्रवर्तित योजना साक्षर भारत अभियान 8 सितम्बर 2009 से प्रारम्भ की गयी है। साक्षर भारत कार्यक्रम 32 (कोटा जिले के अतिरिक्त) में ग्राम पंचायत स्तर पर 9,022 लोक शिक्षा केन्द्रों में संचालित किये जा रहे हैं।
  104. वर्ष 2017-18 में माध्यमिक विद्यालयों में आधारभूत ढांचे के सुदृढीकरण एवं विकास हेतु मुख्यमंत्री जन सहभागिता विद्यालय विकास योजना के रूप में एक नई योजना शुरू की गई हैं।
  105. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान में 299 लाख श्रमिक हैं जिनमे ंसे 244 लाख ग्रामीण क्षेत्रों तथा 55 लाख शहरी क्षेत्रों में निवास करते हैं।
  106. राजस्थान में जयपुर मेट्रो रेल लाईन-1 फेज बी-ए.डी.बी. परियोजना लगभग 2.44 कि.मी.लम्बाई (चांॅदपोल से बडी चैपड) तक भूमिगत रेल तथा 2 स्टेशन निर्माण किया गया हैं।
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