राजस्थान करेंट अफेयर्स अति महत्वपूर्ण जानकारी : 26 मार्च 2018

प्रतापगढ़. प्रधानमंत्री के बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन में वर्षभर के आवंटित लक्ष्यों के तहत मनरेगा योजना से मानव रोजगार दिवसों के सृजन, प्रधानमंत्री आवास एवं प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना सहित विभिन्न योजनाओं के संचालन में 94.44 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित कर प्रतापगढ़ जिला प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर रहा है। कार्यवाहक जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर ने बताया कि राज्य आयोजन विभाग की ओर से वर्ष 2017-2018 की राज्य स्तर पर जारी रैंकिंग में 20 सूत्री कार्यक्रम के विभिन्न सूत्रों के क्रियान्वयन में यह उपलब्धि अर्जित की है। उन्होंने मिनी सचिवालय में आयोजित बैठक में अधिकारियों को उपलब्धि अर्जित करने पर बधाई दी और कहा कि वित्तीय वर्ष समााप्ति से पूर्व शत प्रतिशत उपलब्धि अर्जित कर अव्वल ही रहें।

रंगारंग कार्यक्रम और गतिविधियों के साथ किया जाएगा राजस्थान फेस्टिवल का आयोजन

राजस्थान दिवस हर वर्ष 30 मार्च को मनाया जाता है। इसे राजस्थान स्थापना दिवस भी कहा जाता है। राजस्थान दिवस पर राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा राजस्थान फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह आयोजन 28 से 30 मार्च तक जयपुर में किया जाएगा। इस तीन दिवसीय फेस्टिवल में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

28 मार्च को परम्परागत तरीके से मशाल जलाकर समाहरो का उद्घाटन किया जाएगा। इस अवसर पर जेडीए पोलो मैदान पर शाम 5 :30 नगाड़ा वादन के बाद पुलिस टैटू शो का आयोजन किया जाएगा। साथ ही साथ इंद्रलोक सभागार पर सुबह 10 बजे इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ़ शार्ट फिल्म का भी उद्घाटन किया जाएगा। इस दौरान जनपथ पर संभागो की झांकिया जिसमे विभिन्न संभागो के लोक कलाकार प्रतिनिधित्व करेंगे।

वक्त के साथ रफ्ता-रफ्ता अजमेर हाइटेक और स्मार्ट बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। गुजरे 906 साल में लोगों ने तेजी से शहर को बदलते देखा है।

वक्त के साथ रफ्ता-रफ्ता अजमेर हाइटेक और स्मार्ट बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। गुजरे 906 साल में लोगों ने तेजी से शहर को बदलते देखा है। अपनी पारम्परिक विरासत, संस्कृति, सर्वपंथ समभाव जैसे गुणों को सहेजने के साथ-साथ अजमेर ने आधुनिक परिवेश को भी तहेदिल से अपनाया है। एक तरह सूफियत की महक तो दूसरी तरफ तीर्थनगरी पुष्कर सनातन संस्कृति का संदेश देती है। यही वो डोर है, जिससे यह शहर देश-दुनिया में अनूठा समझा जाता है।

राजा अजयपाल, अर्णोराज, पृथ्वीराज चौहान का शहर कई बदलाव का साक्षी रहा है। कैलेंडर में साल दर साल पन्ने पलटने के साथ शहर ने कई आयाम हासिल किए। बरसों पुराने रीति-रिवाज और परम्पराओं के संग हाइटेक और आधुनिक संस्कृति का समावेश हुआ। सदियों पुराने परकोटे से लेकर तीर्थनगरी पुष्कर, औद्योगिक नगरी किशनगढ़-ब्यावर, सैन्य नगरी नसीराबाद, केकड़ी तक बदलाव महसूस किया गया। विकास की रफ्तार हाईस्पीड भले नहीं हो लेकिन परम्पराओं के बीच कई नवाचार भी किए गए।

राजस्थान दिवस पर उद्योग एवं शिल्प मेले का आगाज

राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों के अंतर्गत उद्योग एवं शिल्प मेले का शुभारंभ सोमवार को उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस मौके पर स्थानीय पार्षद व गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। विधायक श्री मीणा ने प्रत्येेक स्टाल पर दस्तकारों से वार्ता कर प्रगति के बारे में जानकारी ली। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपुल जानी ने बताया कि मेले मेें स्थानीय दस्तकारों व उद्यमियों द्वारा क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में बाडमेर प्रिन्ट बेडशीट, कुशन कवर, मांगरोल ड्रेस मेटेरियल, रेडीमेड वस्त्र,डोरिया की साडि़यां, सलवार सूट, आंवला उत्पाद, बन्धेज सहरिया, बुनकरों की बेडशीट, सोफा कवर, टीवी कवर, टेबल कवर, लकड़ी के खिलौने, आचार मुरब्बा, मसालें, ईमिटेशन ज्वेलरी, मेहन्दी तथा राजस्थान हेण्डलूम के वस्त्र,लेडिज गारमेन्ट, साडि़यां, मिट्टी के खिलौनों आदि की स्टॉलो पर शिल्पियों/दस्तकरों द्वारा निर्मित गुणवत्ता युक्त उत्पाद बिक्री हेतु उपलब्ध रहेंगे। यह मेला 30 मार्च तक प्रातः 11 से रात्रि 8 बजे तक खुला रहेगा।

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