401 |
छोटी तीज |
श्रावण शुक्ला 3 |
402 |
जन्माष्टमी |
भाद्रपद कृष्ण 8 |
403 |
रामनवमी |
चैत्र शुक्ला 9 |
404 |
नव वर्ष |
चैत्र शुक्ल 1 |
405 |
श्राद्ध पक्ष |
भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन अमावस्या तक |
406 |
विजयदशमी |
आश्विन शुक्ल 10 |
407 |
समन्वय धाम |
जोधपुर में स्थित आध्यात्मिक केंद्र |
408 |
कलीला-दमना |
मेवाड़ चित्रकला शैली के दो पात्र |
409 |
भवानी नाट्यशाला |
झालरापाटन (झालावाड़), पारसी ऑपेरा शैली में 1921 में झाला भवानी सिंह द्वारा निर्मित |
410 |
बेयर फुट संस्थान |
तिलोनिया गाँव (अजमेर)में, बंकट राय द्वारा स्थापित |
411 |
जयपुरी फुट के निर्माता |
डॉ. प्रमोदकरण सेठी |
412 |
हेरिटेज सिटी (विरासत का शहर) |
झालरापाटन (झालावाड़) |
413 |
सूँघनी नसवार |
ब्यावर (अजमेर) |
414 |
बांसीदुगारी |
तेजाजी की कर्म स्थली, बूंदी में |
415 |
मूमल की मेड़ी |
लोद्रवा (जैसलमेर) |
416 |
मरवण कहाँ की थी ? |
बीकानेर के पूगल प्रदेश के राजा पिंगल की बेटी |
417 |
घोड़े वाला बाबा |
कर्नल जेम्स टॉड |
418 |
मेहन्दीपुर बालाजी |
दौसा |
419 |
पंजाबी अकादमी |
गंगानगर |
420 |
नाहर नृत्य |
भीलवाड़ा में (होली के 13 दिन बाद) |
421 |
अंकन संस्था |
भीलवाड़ा (चित्रकला विकास हेतु) |
422 |
अनूप संस्कृत लाइब्रेरी व सार्दुल संग्रालय |
बीकानेर |
423 |
राजस्थान राज्य अभिलेखागार का मुख्यालय |
बीकानेर |
424 |
शेरशिकार गुरुद्वारा |
मचकुण्ड (धौलपुर) |
425 |
अलाउद्दीन आलमशाह का मकबरा |
तिजारा (अलवर) |
426 |
तालाबशाही झील |
धौलपुर |
427 |
रामदेवजी की मुह बोली बहन |
डाली बाई |
428 |
घोड़ों का तीर्थ स्थान |
गुढ़ा मालानी, आलमजी का धोरा (बाड़मेर) |
429 |
फुल देवरा मंदिर |
अटरू (बारां), इसे मामा-भांजा मंदिर भी कहते है |
430 |
कांकणबाड़ी किला |
अलवर में यही पर औरंगजेब ने दाराशिकोह को कैद करके रखा था |
431 |
वैष्णव तीर्थ स्थान “खेड़” |
बाड़मेर |
432 |
परमारों की राजधानी अर्थूणा |
बाँसवाड़ा |
433 |
आदिवासियों का कुंभ |
बेणेश्वर महादेव मेला (डूंगरपुर) माघ पूर्णिमा को |
434 |
सहरिया जनजाति का कुंभ |
सिताबाड़ी (बारां) ज्येष्ठ अमावस्या को |
435 |
बिश्नोईयों का कुंभ |
मुकाम (बीकानेर), आसोज व फाल्गुन की अमावस्या को |
436 |
जैनियों का सबसे बड़ा मेला |
श्री महावीर जी (हिण्डोनसिटी, करौली) चेत्र शुक्ल 13 को |
437 |
तिलिस्वां महादेव का मंदिर |
भीलवाड़ा |
438 |
रणछोड़ दास जी का प्रसिद्ध मंदिर |
खेड़ (बाड़मेर) |
439 |
कोडमदेसर भैरूजी का मंदिर |
बीकानेर |
440 |
देवल चारणी की गायों को किसने छुड़ाया |
पाबूजी ने |
441 |
अमिताभ बच्चन की फड़ |
मारवाड़ के भोपा राजमल व भोपी पतासी ने बाँची व शाहपुरा (भीलवाड़ा) के जोशी परिवार ने बनायीं |
442 |
गोगामेड़ी की बनावट |
मकबरेनुमा |
443 |
रामदेवजी के पैदल यात्री |
जातरू कहलाते है |
444 |
हुणहुँकार तोप |
धौलपुर के राजा कीरत सिंह के समय सीताराम कारीगर द्वारा निर्मित, वर्तमान में धौलपुर के इन्दिरा पार्क में |
445 |
हड़बू जी का पूजा स्थल |
बेंगटी (फलौदी) |
446 |
तेजाजी की पत्नी |
पैमल दे (पनेर, अजमेर) |
447 |
मल्लीनाथ जी के गुरु |
उगम सिंह भाटी |
448 |
त्रिलोक दीपक |
रणकपुर के जैन मंदिर |
449 |
मांगलियावास का मेला |
अजमेर में, जहाँ 800 वर्ष पुराना कल्पवृक्ष का जोड़ा है। श्रावण अमावस्या (हरियाली अमावस्या) को मेला |
450 |
सालासर बालाजी का मंदिर |
चूरू |
451 |
गोगाजी की ओल्डी |
सांचौर (जालौर) |
452 |
पुष्टि मार्ग का जहाज |
सूरदास को विट्ठलनाथ ने कहा |
453 |
भीलों का खेल नृत्य |
नेजा नृत्य |
454 |
कच्छी घोड़ी नृत्य |
शेखावटी |
455 |
जगदीश मंदिर |
उदयपुर |
456 |
राजस्थान की आत्मा |
घूमर नृत्य |
457 |
रामदेवजी के पूजा स्थल |
रुणेचा (जैसलमेर), उण्डु काश्मीर (बाड़मेर), बिठुजा (बालोतरा, बाड़मेर), सूरताखेड़ा (चित्तोडगढ़), बिराठिया (पाली) |
458 |
हड़बू जी को बेंगटी किसने प्रदान की |
राव जोधा ने |
459 |
कौन से लोकदेवता ने फिरोजतुगलक से युद्ध किया ? |
मल्लीनाथ जी |
460 |
साँत ध्वजों का नाथ |
श्री नाथ जी (नाथद्वारा) |
461 |
अष्टछाप शिरोमणि कवि |
सूरदास |
462 |
थार की वैष्णों देवी |
तनोट माता |
463 |
राजस्थान का भुवनेश्वर |
ओसियाँ, भुवनेश्वर की तर्ज पर कोणार्क मंदिर होने के कारण |
464 |
‘स्वतंत्र बावनी’ के रचयिता |
तेजकवि (जैसलमेर) |
465 |
मेरवाड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा मेला |
पुष्कर मेला |
466 |
सतबीस देवरिया |
चित्तोडगढ़ में, जैन धर्म का मंदिर, सतबीस (7+20 = 27 मंदिर) |
467 |
राजस्थान की छोटी काशी |
बूंदी, द्वितीय काशी भी इसे ही कहा जाता है |
468 |
सर्वाधिक प्रसिद्ध अन्नकूट |
श्रीनाथजी के मंदिर (नाथद्वारा) कार्तिक शुक्ला 1 को |
469 |
जयपुरी ख्याली गायकी के प्रवर्तक |
रज्जब अली खां |
470 |
सुरजीत कौर चौयल |
पहली हिन्दुस्तानी चित्रकार जिनकी पेंटिंग जापान की कला दीर्घा में प्रदर्शित की गयी |
471 |
माउंट एवरेस्ट ऑफ़ म्यूजिक |
जयपुर के प्रसिद्ध गायक व संगीत सम्राट उस्ताद अल्लादिया खां |
472 |
सबसे लोकप्रिय फड़ |
पाबूजी की फड़ |
473 |
सबसे लम्बी फड़ |
देवनारायण जी की फड़ |
474 |
आधुनिक चित्रकला को प्रारंभ करने का श्रेय |
कुंदनलाल मिस्त्री |
475 |
राजस्थान चित्रकला का उद्गम स्थल |
मेवाड़ |
476 |
खजूर के वृक्ष किस शैली में |
बूंदी/कोटा |
477 |
नैड़ा की छतरियाँ |
अलवर |
478 |
ऊनी कालीन |
बीकानेर |
479 |
प्रसिद्ध घुड़सवार |
रघुवीर सिंह, गुलाम मोहम्मद खान |
480 |
सुनितापुरी, वर्षा सोनी |
हॉकी खिलाडी |
481 |
रीमा दत्ता, भक्ति शर्मा |
प्रसिद्ध तैराक |
482 |
महाराव भीमसिंह, करणीसिंह, राजश्री कुमारी |
निशानेबाज |
483 |
लिंबाराम |
तीरंदाज |
484 |
सलीम दुर्रानी, गगन खोड़ा |
क्रिकेटर |
485 |
श्रावण में ओढ़नी |
लहरिया |
486 |
आतमसुख |
सर्दी में ओढ़ा जाता है। सबसे प्राचीन आतमसुख सिटी पैलेस (जयपुर) में रखा है। |
487 |
पगड़ी |
मेवाड़ की प्रसिद्ध, विश्व की सबसे बड़ी पगड़ी बगौर की हवेली (उदयपुर) में |
488 |
राष्ट्रिय साफा |
जोधपुरी साफा |
489 |
दाढ़ी-मूँछ युक्त हनुमान जी |
सालासर बालाजी (चूरू) |
490 |
गणेश जी का त्रिनेत्र मंदिर |
रणथम्भौर (सवाई माधोपुर) |
491 |
बाजणा गणेश मंदिर |
सिरोही |
492 |
अर्बुदा देवी का मंदिर |
माउंट आबू (सिरोही), इसे अधर देवी भी कहते है। |
493 |
त्रिपुरा सुन्दरी का मंदिर |
बाँसवाड़ा |
494 |
खम्भों का जंगल |
रणकपुर जैन मंदिर (पाली) |
495 |
ओसियाँ के मंदिरों की शैली |
गुर्जर महामारू शैली |
496 |
बूढ़ादीत का सूर्य मंदिर |
कोटा में |
497 |
आधेटा रिवाज |
मृत्यु सम्बंधित |
498 |
वेश्याओं का मंदिर |
रणकपुर का जैन मंदिर (पाली) |
499 |
बोहरा जी की छतरी |
केला देवी मंदिर के सामने (करौली), जहाँ ऐसी मान्यता है कि पुश्तैनी बीमारी का इलाज होता है |
500 |
पगड़ी का दस्तूर |
पिता की मृत्यु होने पर बड़े बेटे या भाई को पगड़ी पहनाकर उत्तराधिकारी का दायित्व सौपना। |