1. महत्वपूर्ण तथ्य
- पाली जिले का कुल क्षेत्रफल = 12,387 किमी²
- पाली जिले की जनसंख्या (2011) = 20,38,533
- पाली जिले का संभागीय मुख्यालय = जोधपुर
2. भौगोलिक स्थिति
- भौगोलिक स्थिति: 25°46′N 73°19′E
- पाली राजस्थान के मुख्य शहरों में से एक है।
- यह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 14 पर स्थित है।
- पाली बाँदी नदी के दाहिने किनारे पर स्थित नगर है।
3. इतिहास
- राजस्थान का यह शहर पालीवाल ब्राह्मणों का निवास स्थान था। जब मुग़लों ने यहाँ क़त्लेआम मचाया तो उन्हें यह शहर छोड़ कर जाना पड़ा।
- वीर योद्धा महाराणा प्रताप का जन्म भी यहीं पर अपने ननिहाल में हुआ था।
- इतिहास में पाली नगर तीन बार उजाड़ा गया लेकिन फिर भी यह पुन: स्थापित हुआ।
- कुषाण युग के दौरान, राजा कनिष्क ने 120 ईस्वी में , रोहट और जैतारण क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर विजय प्राप्त की थी
4. कला एवं संस्कृति
- यहाँ मारवाड़ अंचल की एक अलग ही आभा है
- यह राजस्थानी परंपरा एवं संस्कृति की छाप छोड़ने वाला एक संभाग है ।
- पाली में सभी पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाये जाते हैं ।
5. शिक्षा
- यहाँ पर इंजीनियरिंग और अन्य सामान्य कॉलेज हैं।
- प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा हेतु सरकारी, स्कूल एवं निजी क्षेत्र की कई अच्छी स्कूल हैं
6. खनिज एवं कृषि
- पाली में सभी प्रकार की कृषि यहाँ की जाती है
- जिले के पश्चिमी भाग में लूनी नदी के जलोढ़ मैदान भी शामिल है।
7. प्रमुख स्थल
- वर्तमान में धोला चौतरा नामक स्थान पर पालीवाल समाज के व्यक्तियों की जनेउ व उनकी पत्नियों के स्वेत चूडों का ढेर सा लग गया था। जिसे धोला चबूतरा नामक स्थान से जाना गया था।
- रणकपुर जैन मंदिर एक प्रमुख मंदिर है जिसमे 400 से अधिक संगमरमर के खंभे है।
- जवाई बांध पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बांध का एक और पाली जिले के सुमेरपुर तहसील में स्थित है । जवाई बांध एक अच्छा पर्यटन स्थल है ।
- परशुराम महादेव मंदिर देसूरी तहसील में है और अरावली की पहाड़ियों में से एक के शीर्ष पर स्थित है।
8. नदी एवं झीलें
- लूनी, जवाई, लीलरी, मीठड़ी, सुकरी एवं बांडी नदी यहाँ की प्रमुख नदी है
- पाली में लगभग 50 बांध है जिनमें से जवाई बांध प्रमुख है
9. परिवहन और यातायात
- पाली का मुख्य स्टेशन पाली-मारवाड़ है
- दिल्ली, अहमदाबाद, अजमेर, जयपुर, जोधपुर से बस-सेवा की सुविधा उपलब्ध है।
- सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जोधपुर है।
10. उद्योग और व्यापार
- मुख्य उद्योगों में सूती कपड़े की रँगाई, छपाई, ताँबे का काम आदि प्रमुख हैं
- जिले के मुख्य उद्योगों में मेहँदी निर्माण इकाइयों , कपड़ा रंगाई, छाते, कपास की ओटाई, कृषि उपकरण, सीमेंट है