कोशिका Cell

कोशिका

जीवन की आधारभूत इकाई व जीवन का आधार

शरीर की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं |

  • यह सभी सजीवों की मुलभुत इकाई है
  • सभी सजीव कोशिका से बने हैं
  • कोशिका हमारे शरीर को आकार प्रदान करता है इसलिए यह शरीर का संरचनात्मक इकाई है |
  • शरीर के सभी कार्य कोशिकीय स्तर पर होते है इसलिए यह शरीर का क्रियात्मक इकाई है |
  • कोशिका का सबसे पहले पता राबर्ट हुक ने 1665 में लगाया था | राबर्ट ब्राउन ने 1831 मेंकोशिका में केन्द्रक का पता लगाया |
  • वे जीव जो एक ही कोशिका के बने होते हैं एवं स्वयं में ही एक सम्पूर्ण जीव होते है एक कोशिकीय जीव कहलाते हैं | जैसे- अमीबा, पैरामिशियम, क्लेमिड़ोमोनास और बैक्टीरिया (जीवाणु) आदि |
  • वे जीव जिनमें अनेक कोशिकाएँ समाहित होकर विभिन्न कार्य को सम्पन्न करने हेतु विभिन्न अंगो का निर्माण करते है, बहुकोशिकीय जीव कहलाते है |
  • कोशिकाओं की आकृति तथा आकार उनके विशिष्ट कार्यों के अनुरूप होते हैं :

(i) कुछ कोशिकाएँ अपनी आकार बदलती रहती हैं – जैसे : अमीबा

(ii) कुछ जीवों में कोशिका का आकार स्थोर रहता है – जैसे : तंत्रिका कोशिका |

प्लाज्मा झिल्ली : यह कोशिका की सबसे बाहरी परत है जो कोशिका के घटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग करती है | प्लाज्मा झिल्ली लचीली होती है और कार्बनिक अणुओं जैसे लिपिड (phospolipids) तथा प्रोटीन के दो परतों से बनी होती है |

अमीबा जिस प्रक्रिया से भोजन ग्रहण करता है उसे इंडोसाइटोसिस कहते है |

विसरण एक कोशिकाओं में होने वाली प्रक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड एवं ऑक्सीजन जैसे गैसीय पदार्थों के अणुओं का परिवहन वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली के द्वारा होता है |  यह प्रक्रिया विसरण कहलाती है |

जल के अणुओं की गति वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा हो तो उसे परासरण कहते हैं |

केन्द्रक कोशिका का सबसे बड़ा कोशिकांग है जो कोशिका के अंदर पाया जाता है |

गुणसूत्र (chromosomes) कोशिका के केन्द्रक में ही पाया जाता है, जो सिर्फ कोशिका विभाजन के समय ही दिखाई देते हैं |

केन्द्रक के चारों ओर दोहरे परत का एक स्तर होता है जिसे केन्द्रक झिल्ली कहते है | केन्द्रक झिल्ली में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं | इन छिद्रों के द्वारा केन्द्रक के अंदर का कोशिकाद्रव्य केन्द्रक के बाहर जा पाता है |

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गुणसूत्र एक छाडाकार (cilyndrical) संरचना होती है जो कोशिका के केन्द्रक में पाया जाता है, ये कोशिका विभाजन के समय दिखाई देते हैं | गुणसूत्र (क्रोमोसोम) में अनुवांशिक गुण होते हैं जो माता-पिता से DNA (डिऑक्सी राइबो न्यूक्लिक अम्ल) अनु के रूप में अगली संतति में जाते है |

क्रोमोसोम DNA तथा प्रोटीन के बने होते हैं |

DNA अणु में कोशिका के निर्माण व् संगठन की सभी आवश्यक सूचनाएँ होती हैं |

DNA के क्रियात्मक खंड को जीन कहते हैं |

जो कोशिका, कोशिकायें विभाजन की प्रक्रिया में भाग नहीं लेती हैं उसमें यह DNA क्रोमैटीन पदार्थ के रूप में विद्यमान रहता है |

कोशिका विभाजन के दौरान केन्द्रक भी दो भागों में विभक्त हो जाता है |

नयी कोशिका में जनक कोशिका के ही सभी गुण मौजूद रहते है |

यह कोशिका के विकास एवं परिपक्वन को निर्धारित करता है |

साथ ही साथ सजीव कोशिका की रासायनिक क्रियाओं को भी निर्देशित करता है |

(I) प्रोकैरियोटिक कोशिका : जिन कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है उन्हें प्रोकैरियोटिक कोशिका कहते है | ऐसी कोशिकाएँ जीवाणुओं में पाई जाती है |

(II) यूकैरियोटिक कोशिका : जिन कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली पाई जाती है उन्हें यूकैरियोटिक कोशिका कहते है | शैवाल, एवं अन्य सभी बहुकोशिक जीवों की कोशिका |

प्रत्येक कोशिका के जीवद्रव्य में अनेक छोटे- छोटे कोशिका के विशिष्ट घटक पाए जाते है जो कोशिका के लिए विशिष्ट कार्य करते हैं | इन्हें ही कोशिकांग (organells) अर्थात कोशिका अंगक कहते हैं | जैसे – माइटोकांड्रिया, गाल्जी उपकरण, तारक केंद्र, लाइसोसोम, राइबोसोम, तथा रिक्तिका आदि ये सभी कोशिकांग हैं |

कोशिका द्रव्य तथा केन्द्रक दोनों को मिलाकर जीवद्रव्य कहते हैं |

अल्पपरासरण दाबी विलयन (Hypotonic Solution): यदि कोशिका को तनु (dilute) विलयन वाले माध्यम अर्थात जल में शक्कर अथवा नमक की मात्रा कम और जल की मात्र ज्यादा है, में रखा गया है तो जल परासरण विधि द्वारा कोशिका के अंदर चला जायेगा | ऐसे विलयन को अल्पपरासरण दाबी विलयन कहते हैं |

समपरासारी दाबी विलयन (Isotonic Solution): यदि कोशिका को ऐसे माध्यम विलयन में रखा जाए जिसमें बाह्य जल की सांद्रता कोशिका में स्थित जल की सांद्रता के ठीक बराबर हो तो कोशिका झिल्ली से जल में कोई शुद्ध गति नहीं होगी | ऐसे विलयन को समपरासारी दाबी विलयन कहते हैं |

अतिपरासरण दाबी विलयन (Hypertonic Solution): यदि कोशिका के बाहर वाला विलयन अंदर के घोल से अधिक सान्द्र है तो जल परासरण द्वारा कोशिका से बाहर आ जायेगा | ऐसे विलयन को अतिपरासरण दाबी विलयन कहते हैं |

कोशिका भित्ति के वल पादप कोशिकाओं में ही पाई जाती है जो कि यह मुख्यत: सेल्युलोज(Cellulose) की बनी होती है | यह पौधों को संरचनात्मक दृढ़ता प्रदान करता है |

राइबोसोम कोशिका द्रव्य में मुक्त अवस्था में पाई जाने वाली गोल आकृति कि संरचना होती है | ये कोशिका द्रव्य में मुक्त रूप से पाई जा सकती है अथवा अंतर्द्रव्य जालिका (ER) से जुडी हो सकती हैं | राइबोसोम को कोशिका का प्रोटीन-फैक्ट्री भी कहा जाता है, क्योंकि यह प्रोटीन बनाता है |

लाइसोसोम कोशिका का अपशिष्ट निपटाने वाला तंत्र है | यह झिल्ली से घिरी हुई संरचना है | लाइसोसोम बाहरी पदार्थों के साथ -साथ कोशिकांगों के टूटे-फूटे भागों को पाचित करके साफ करता है |लाइसोसोम में बहुत शक्तिशाली पाचनकारी एंजाइम होते है जो सभी कार्बनिक पदार्थों को तोड़ सकने में सक्षम है |

माइटोकोंड्रिया दोहरी झिल्ली वाली कोशिकांग है बाहरी झिल्ली छिद्रित होती है एवं भीतरी झिल्ली बहुत अधिक वलित (rounded) होती है | इसमें उसका अपना DNA तथा राइबोसोम होते हैं | अत: माइटोकोंड्रिया अपना कुछ प्रोटीन स्वयं बनाते हैं | इसलिए माइटोकोंड्रिया अदभुत अंगक है |

प्लैस्टिड केवल पादप कोशिकाओं ने स्थित होते है | प्लैस्टिड की भीतरी रचना में बहुत-सी झिल्ली वाली परतें होती है जो स्ट्रोमा में स्थित होती है | प्लैस्टिड बाह्य रचना में माइटोकोंड्रिया कि तरह होते हैं | माइटोकोंड्रिया कि तरह प्लैस्टिड में भी अपना DNA तथा राइबोसोम होते है |

​●रसधानियाँ ठोस अथवा तरल पदार्थों कि संग्राहक थैलियाँ हैं | जंतु कोशिकाओं में रसधानियाँ छोटी होती हैं जबकि पादप कोशिकाओं में रासधानियाँ बहुत बड़ी होती है | कुछ पौधों कि कोशिकाओं कि केंद्रीय रसधानी की माप कोशिका के आयतन का 50% से 90 तक होता है |

अभ्यास-प्रश्नावली

प्रश्न=1- कोशिकाओं की आत्महत्या की थैली किसे कहते हैं ?
अ) राइबोसोम
ब) लाइसोसोम
स) गाल्जीबॉडी
द) सेंट्रोसोम

ब) लाइसोसोम (  इसमें विभिन्न हाइड्रोलिटीक एंजाइम्स भरे होते हैं इनका मुख्य कार्य भोजन का पाचन होता है जब यह फट जाती है तो कोशिका को नष्ट कर देती है इसलिए इसे कोशिका की आत्महत्या की थैली भी कहते हैं और यह मुख्यतः जंतु कोशिकाओं में पाए जाती है यह कोशिकाओं के अवशिष्ट पदार्थों का अवशोषण कर लेता है)

प्रश्न=2- प्रोटीन संश्लेषण का प्लेटफार्म किसे कहा जाता है?
अ) राइबोसोम
ब) लाइसोसोम
स) गाल्जीबॉडी
द) सेंट्रोसोम

अ) राइबोसोम ( यह प्रोटीन का निर्माण करता है इसलिए इसे प्रोटीन संश्लेषण का प्लेटफार्म कहते हैं )

प्रश्न=3-  इनमे से कौन सा कोशिका विभाजन में सहायता करता है?
अ) राइबोसोम
ब) लाइसोसोम
स) गाल्जीबॉडी
द) सेंट्रोसोम

द) सेंट्रोसोम  ( यह केवल जंतु कोशिकाओं में पाया जाता है तथा इसका मुख्य कार्य कोशिका विभाजन में सहायता करना होता है)

प्रश्न=4- कोशिकाओं की ट्रैफिक पुलिस किसे कहा जाता है ?
अ) गाल्जीबॉडी
ब) केंद्रक झिल्ली
स) केंद्रक द्रव्य
द) कोशिका द्रव्य

अ) गाल्जीबॉडी ( इसका मुख्य कार्य वसा का संचय करना और स्त्रावण करना है इसलिए इसे कोशिका का ट्रैफिक पुलिस कहा जाता है)

प्रश्न=5- प्रकृति की सबसे बड़ी कोशिका किस के अंदर होती है?
अ) ऊंट के बच्चे के अंदर
ब) शुतुरमुर्ग का अंडा
स) मोर का अंडा
द) जिराफ का बच्चा

ब) शुतुरमुर्ग का अंडा (170 × 155)( सबसे छोटी कोशिका प्लुरोनियोनिया होती है तथा सबसे लंबी कोशिका
तंत्रिका कोशिका न्यूरॉन होती है)

प्रश्न=6- निम्न में से कौन सा अवयव कोशिकाओं में नहीं पाया जाता है?
अ) प्रोटीन
ब) कार्बोहाइड्रेट
स) वसा
द)सोडियम

द)सोडियम ( कोशिकाओं में निम्न अवयव पाए जाते हैं
1. सर्वाधिक जल 75 – 85 %,
2.प्रोटीन 9 – 12 %
3. कार्बोहाइड्रेट 2 %
4. वसा 2 – 3 %
5. डीएनए 0.4 %
6. आर एन ए 0.7 %
7. कार्बनिक पदार्थ 0.4%
8. अकार्बनिक पदार्थ 1.5 %

प्रश्न=7- कोशिकाओं में निम्न में से कौनसा तत्व पाए जाता हैं?
अ) हाइड्रोजन
ब)ऑक्सीजन
स) सोडियम
द) उपरोक्त सभी

द) उपरोक्त सभी  ( कोशिकाओं में  विभिन्न तत्व पाए जाते हैं
1.ऑक्सीजन 65%
2. कार्बन 18%
3. हाइड्रोजन 10%
4. नाइट्रोजन 2.5%
5. कैल्सियम 0.15%
6. सोडियम 2%

नोट कोशिका के अध्ययन को कोशिका विज्ञान कहते हैं

प्रश्न=8- कोशिका विभाजन की प्रक्रिया की जानकारी सर्वप्रथम किसने दी थी?
अ) विर चाऊ
ब) वाटर फ्लेमिंग
स) रॉबर्ट ब्राउन
द) इंटर फेज

अ) विरचाऊ  ( सन 1855 में)

प्रश्न=9- कोशिकाओं का डायरेक्टर एंड कंट्रोलर किसे कहा जाता है?
अ) केंद्रक
ब) डीएनए
स) आर एन ए
द) कोशिका द्रव्य

अ) केंद्रक (  केंद्र की खोज 1831 में रॉबर्ट ब्राउन ने की थी यह कोशिकाओं के बीच में स्थित होता है तथा कोशिकाओं के सभी कार्यों पर नियंत्रण रखता है केंद्रक छिद्रयुक्त झिल्ली से घिरा होता है जिसे केंद्र झिल्ली कहते हैं
केंद्रक के दो भाग होते हैं 1 केंद्रिका 2 केंद्रिका द्रव्य )

प्रश्न=10-कोशिका विभाजन के कितने प्रकार होते हैं ?
अ) 2
ब) 3
स) 4
द) 5

ब) 3 ( असूत्री,  समसूत्री और अर्धसूत्री विभाजन )

प्रश्न=11- निम्न में से किसमें असूत्री विभाजन होता है?
अ) शैवाल
ब) अमीबा
स) नील हरित
द) उपरोक्त सभी

द) उपरोक्त सभी (  जीवाणुओं , नील हरित,  शैवाल , यीस्ट , अमीबा तथा कुछ अन्य प्रोटोजोआ आदि जिनमें अविकसित कोशिकाएं होती है उनमें असूत्री विभाजन होता है)

प्रश्न=12- समसूत्री कोशिका विभाजन की खोज किसने की थी?
अ) विर चाऊ
ब) वाटर फ्लेमिंग
स) रॉबर्ट ब्राउन
द) इंटर फेज

ब) वाटर फ्लेमिंग ( 1882 ईस्वी में वाटर फ्लेमिंग द्वारा ही कोशिका के इस विभाजन को समसूत्री नाम दिया गया था)

प्रश्न=13- समसूत्री विभाजन कौन सी कोशिकाओं में होता है?
अ) कायिक कोशिकाओं में
ब) जंतु कोशिकाओं में
स) वनस्पति कोशिकाओं में
द) उपयुक्त सभी में

अ) कायिक कोशिकाओं में

प्रश्न=14- समसूत्री विभाजन कितनी अवस्थाओं में संपन्न होता है?
अ) 4
ब) 5
स) 6
द) 9

ब) 5 ( समसूत्री विभाजन इंटरफेज, प्रोफेज, मेटाफेज, एनाफेज तथा टेलोफेज जैसी 5 अवस्थाओं में संपन्न होता है)

प्रश्न=15- दो  कोशिका विभाजन के बीच की वह अवधि जिसमें कोशिका स्वयं को विभाजन के लिए तैयार करती है उसे क्या कहते हैं?
अ) इंटरफेज
ब) प्रोफेज
स) टेलोफेज
द )एनाफेज

अ) इंटरफेज

प्रश्न=16- कोशिका विभाजन की प्रथम अवस्था कौन सी है जिसके अंतः केंद्र विलुप्त हो जाता है?
अ) इंटरफेज
ब) प्रोफेज
स) टेलोफेज
द )एनाफेज

ब) प्रोफेज (  प्रोफेज विभाजन की प्रथम अवस्था है तथा  गुणसूत्र मध्य रेखा पर मेटाफेज में आते हैं है एनाफेज सबसे कम अवधि (2-3 मिनट ) में संपन्न होने वाली अवस्था है इसमें क्रोमेटिड UV या L की आकृति ले लेते हैं तथा समसूत्री विभाजन की अंतिम अवस्था टेलोफेज से होती है)

प्रश्न=17- समसूत्री विभाजन के परिणाम स्वरुप एक जनक कोशिका से कितनी संतति कोशिकाओं का जन्म होता है?
अ) 2
ब) 3
स) 4
द) 1

अ) 2 ( समसूत्री विभाजन के परिणाम स्वरुप बने प्रत्येक संतति कोशिका में गुणसूत्रों की संख्या जनक कोशिका के समान ही होती है)

प्रश्न=18- शरीर में नवीन कोशिकाओं का निर्माण किसके द्वारा होता है?
अ) असूत्री विभाजन,
ब)  समसूत्री विभाजन
स)  अर्धसूत्री विभाजन
द)  उपयुक्त सभी में

ब)  समसूत्री विभाजन  ( समसूत्री विभाजन के कारण जीवो में वृद्धि एवं विकास होता है कुछ सूक्ष्म जीवो में इसी विभाजन के द्वारा अलैंगिक प्रजनन की प्रक्रिया होती है समसूत्री विभाजन द्वारा शरीर में नवीन कोशिकाओं का निर्माण होता है इस प्रकार शरीर की मरम्मत होती है एवं घाव भरते हैं)

प्रश्न=19- अर्धसूत्री विभाजन की खोज किसने की थी?
अ) वीजमैन
ब) स्ट्रॉसवर्गर
स) वाटर फ्लेमिंग
द) फ़ार्मर तथा मूरे

अ) वीजमैन  ( अर्धसूत्री विभाजन को न्यूनकारी विभाजन भी कहते हैं इस विभाजन का नाम 1905 ईस्वी में फार्मर तथा मुरे ने रखा था तथा अर्धसूत्री विभाजन की खोज सर्वप्रथम वीजमैन द्वारा की गई तथा इसका सर्वप्रथम विस्तृत अध्ययन 1888 ई में स्ट्रॉसवर्गर ने किया था)

प्रश्न=20- अर्धसूत्री विभाजन की कितनी अवस्थाएं होती है?
अ) 2
ब) 3
स) 4
द) 5

अ) 2 ( अर्धसूत्री विभाजन की 2 अवस्थाएं होती है अर्धसूत्री-1 तथा अर्धसूत्री-2 यह विभाजन सिर्फ जनन कोशिकाओं में होता है

अर्धसूत्री-1 विभाजन में चार अवस्थाएं होती है प्रोफेज -1, मेटाफेज-1, एनाफेज-1 तथा टेलोफेज)

प्रश्न=21- कोशिका किसी जीव की कौन सी इकाई होती है?
अ) संरचनात्मक
ब) कार्यात्मक
स) संरचनात्मक एवं कार्यात्मक
द) सूत्र कणिकाए

स) संरचनात्मक एवं कार्यात्मक

प्रश्न=22- कोशिकाओं की सर्वप्रथम खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 में की थी जिस  उपकरण के माध्यम से कोशिकाओं की खोज की गई थी उसे क्या कहते हैं?
अ) प्रकाश सूक्ष्मदर्शी
ब) माइक्रोस्कोप
स) प्लाज्मा मेंब्रेन
द) प्रिज्म

ब) माइक्रोस्कोप

प्रश्न=23- सजीव माध्यम में कोशिकाओं की खोज किस वैज्ञानिक ने की थी?
अ) रॉबर्ट हुक
ब) एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक
स) वाटर फ्लेमिंग
द) स्ट्रास बर्गर

ब) एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक  (1683 ई. में एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक नामक वैज्ञानिक ने की थी उन्होंने बताया था की कोशिकाओं को प्रकाश सूक्ष्मदर्शी द्वारा  देखा जा सकता है )

प्रश्न=24- इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की खोज किसने की थी?
अ) रॉबर्ट हुक
ब) नाल एवं रस्का
स) एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक
द) वाटर फ्लेमिंग

ब) नाल एवं रस्का

प्रश्न=25- कोशिकाएं कितने प्रकार की होती है?
अ) 2
ब) 3
स) 5
द) 6

अ) 2 (  कोशिकाएं दो प्रकार की होती है अविकसित कोशिका और विकसित कोशिका)

प्रश्न=26- कोशिका का मुख्य के कितने भाग होते हैं?
अ) 2
ब) 3
स) 5
द) 6

अ) 2  (  कोशिका के मुख्यतः दो भाग होते हैं 1. कोशिका भित्ति या कोशाभित्ति तथा 2. जीव द्रव्य)

प्रश्न=27- कोशिका भित्ति किसी भी कोशिका का बाह्य आवरण बनाती है और यह सिर्फ वनस्पति कोशिका में पाई जाती है यह किसकी बनी होती है?
अ) प्रोटीन
ब) सेल्यूलोज
स) कार्बोहाइड्रेट
द) रक्त

ब) सेल्यूलोज 

प्रश्न=28- जंतु कोशिका की बाह्य झिल्ली प्लाज्मा झिल्ली कहलाती है यह किसकी बनी होती है?
अ) लाइपो प्रोटीन
ब) सेल्यूलोज
स) कार्बोहाइड्रेट
द) रक्त

अ) लाइपो प्रोटीन

प्रश्न=29- जीवन का भौतिक आधार किसे कहते हैं?
अ) कोशिका भित्ति
ब) वनस्पति कोशिका
स) जंतु कोशिका
द) जीव द्रव्य

द) जीव द्रव्य ( किसी भी कोशिका के कोशिका भित्ति को छोड़कर शेष संपूर्ण भाग को जीवन द्रव्य कहलाता है और यह जीवन का भौतिक आधार है और इसे दो भागों में विभाजित किया गया है 1. कोशिका द्रव्य तथा 2. केंद्रक )

प्रश्न=30- जंतु कोशिकाओं के बाहरी आवरण के बीच का भाग क्या कहलाता है और कोशिका के सभी आवश्यक अंग इसी के भाग होते हैं?
अ)  कोशिका द्रव्य
ब)  कंकाल तंत्र
स) कोशिका अंगक
द) माइट्रोकांड्रिया

अ)  कोशिका द्रव्य( केंद्रक और प्लाज्मा मेंब्रेन – यह जंतु कोशिका का बाह्य आवरण है के बीच का भाग कोशिका द्रव्य  कोशा द्रव्य कहलाता है और कोशिका के सभी आवश्यक अंग इसी भाग में पाए जाते हैं जो कि कोशिका अंगक कहलाते हैं )

प्रश्न=31- कोशिकाओं का कंकाल तंत्र किसे कहते हैं?
अ) अंतः प्रद्रव्यीय जलिका को
ब) माइट्रोकांड्रिया को
स) लाइसोसोम को
द) लवक को

अ) अंतः प्रद्रव्यीय जलिका को  (अंतः प्रद्रव्यीय जलिका कोशिका का कंकाल तंत्र कहलाता है तथा इसका मुख्य कार्य कोशिकाओं का ढांचा तथा मजबूती प्रदान करना है और इस पर राइबोसोम लगे होते हैं जो प्रोटीन का संश्लेषण का कार्य करते हैं)

प्रश्न=32- शरीर में भोजन का ऑक्सीकरण किसमें होता है?
अ) अंतः प्रद्रव्यीय जलिका को
ब) माइट्रोकांड्रिया को
स) लाइसोसोम को
द) लवक को

ब) माइट्रोकांड्रिया को (  इसे कोशिका का ऊर्जा ग्रह कहते हैं इसमें भोजन का ऑक्सीकरण होता है और भोजन के ऑक्सीकरण को कोशिकीय स्वशन या अन्त स्वशन कहते हैं भोजन के ऑक्सीकरण के फलस्वरूप उर्जा एटीपी के रूप में बनती है तथा संग्रहीत होती है)

प्रश्न=33- लवक कितने प्रकार के होते हैं?
अ) 4
ब) 3
स) 2
द) इनमें से कोई नहीं

ब) 3  ( लवक तीन प्रकार के होते हैं हैं 1. अवर्णीलवक , 2. वर्णी लवक और 3. हरित लवक )

प्रश्न=34- भोजन का संचय करना किस लवक का कार्य होता है?
अ)अवर्णीलवक
ब) वर्णी लवक
स) हरित लवक
द) उपरोक्त सभी

अ)अवर्णीलवक  (भोजन का संचय करने का कार्य अवर्णनीय लवक का होता है यह पौधे के रंगहीन भागों में पाए जाते हैं जैसे आलू शकरकंद गन्ना आदि)

प्रश्न=35- टमाटर का लाल रंग किसके कारण होता है?
अ) लाइकोपीन
ब) बीटानीन
स) कैरोरीन
द) जैन्थोंसाइनिन

अ) लाइकोपीन ( वर्णी लवक के कारण पौधों में रंगीन होते हैं जैसे फलों एवं पुष्पों के रंगीन भाग में टमाटर का लाल रंग लाइकोपिन के कारण होता है इसी प्रकार गाजर व मिर्च का रंग कैरोरीन के कारण , चुकंदर का बीटानीन के कारण और बैंगन का रंग जैन्थोंसाइनिन के कारण होता है )

नोट- लवक केवल वनस्पति कोशिकाओं में पाया जाता है

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