1. महत्वपूर्ण तथ्य
- करौली जिले का कुल क्षेत्रफल = 5530 किमी²
- करौली जिले की जनसंख्या (2011) = 14,58,459
- करौली जिले का संभागीय मुख्यालय = भरतपुर
- करौली जिला 19 जुलाई 1997 को सवाईमाधोपुर जिले से अलग होकर अस्तित्व में आया
2. भौगोलिक स्थिति
- भौगोलिक स्थिति: 26.5°N 77.02°E
- करौली क़स्बा चारों तरफ से लाल पत्थर से निर्मित है, जिसकी परिधि 3.7 किमी है जिसमें 6 दरवाज़े 12 खिड़किया है।
- अपने ऐतिहासिक किलों और मंदिरों के लिए मशहूर करौली दर्शनीय स्थल है।
- इसको भद्रावती नदी के किनारे होने के कारण भद्रावती नगरी भी कहा जाता था।
3. इतिहास
- इसकी स्थापना 955 ई. में राजा विजय पाल ने की थी जिनके बारे में कहा जाता है कि वे भगवान कृष्ण के वंशज थे।
- इसका मूलत: नाम कल्याणपुरी था जो कल्याणजी के मन्दिर के कारण प्रसिद्व था।
- ,1818 में करौली राजपूताना एजेंसी का हिस्सा बना। 1947 में भारत की आजादी के बाद यहां के शासक महाराज गणेश पाल देव ने भारत का हिस्सा बनने का निश्चय किया।
- 7 अप्रैल 1949 में करौली भारत में शामिल हुआ और राजस्थान राज्य का हिस्सा बना।
4. कला एवं संस्कृति
- यह बृज, राजस्थानी परंपरा एवं संस्कृति की छाप छोड़ने वाले एक संभाग है ।
- करौली मे जैन मन्दिर, जामा मस्जिद, ईदगाह, अंजनी माता मन्दिर, गोविन्द देव जी मन्दिर आदि भी धार्मिक आस्था के स्थान है।
5. शिक्षा
- प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा हेतु सरकारी, स्कूल, मिलिट्री स्कूल एवं निजी क्षेत्र की कई अच्छी स्कूल हैं
- करौली में तकनिकी शिक्षा के लिए डिप्लोमा कॉलेज है
6. खनिज एवं कृषि
- सभी प्रकार की कृषि यहाँ की जाती है
- करौली पशु मेले में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में मवेशी यहां लाए जाते हैं।
7. प्रमुख स्थल
- श्री कैला देवी जी मंदिर करौली से 23 किमी. दूर स्थित है। यह माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना 1100 ई. में हुई थी। प्रतिवर्ष करीब 60 लाख श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए आते हैं।
- कैला देवी अभयारण्य करौली से 23 किमी. दक्षिण पश्चिम में स्थित है। इस अभ्यारण्य में नीलगाय, तेंदुए और सियार के अलावा किंगफिशर में मिलते हैं।
- सिटी पेलेस: यह महल करौली का मुख्य आकर्षण है। इसका निर्माण अर्जुन पाल ने 14वीं शताब्दी में कराया था। लेकिन इसका वर्तमान स्वरूप का श्रेय राजा गोपाल सिंह को जाता है जिन्होंने 18वीं शताब्दी में इसका पुन: निर्माण करवाया था।
- मदन मोहन मंदिर सिटी पेलेस से जुड़ा हुआ है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
- तिमनगढ़ किला करौली से 40 किमी. दूर है। इस किले का निर्माण 12वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था। अपने समय में तिमनगढ़ स्थानीय सत्ता का केंद्र था।
- श्री महावीरजी मंदिर करौली से ३६ किलोमीटर दूर महावीरजी कस्वे मे स्थित है। यह मंदिर जैन धर्म की आस्था का केन्द्र है
8. नदी एवं झीलें
- कालीसिल यहाँ की एक प्रमुख नदी है
9. परिवहन और यातायात
- नजदीकी रेल स्टेशन गंगपुर दिल्ली और मुंबई से जुड़ा हुआ है।
- करौली, आगरा और जयपुर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 11 के बीच में स्थित है।
- नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर यहां से 160 किमी. दूर है।
10. उद्योग और व्यापार
- करौली की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि आधारित है ।
- करौली में चमड़े की जूतियां, चांदी के गहने और स्टील का सामान बहुत मशहूर है।
- मिट्टी से बनी भगवान की मूर्तियां और दूध की मिठाइयां भी प्रसिद्ध है
- लकड़ी के खिलौने सैलानियों को लुभाते हैं