राजस्थान GK नोट्स

जोधपुर जिला {Jodhpur District} राजस्थान GK अध्ययन नोट्स

1. महत्वपूर्ण तथ्य

  • जोधपुर जिले का कुल क्षेत्रफल = 22,850 किमी²
  • जोधपुर जिले की जनसंख्या (2011) = 36,85,681
  • जोधपुर जिले का संभागीय मुख्यालय = जोधपुर
  • जोधपुर में राज्य का उच्च न्यायालय स्थित है।

2. भौगोलिक स्थिति

  • भौगोलिक स्थिति: 26.28°N 73.02°E
  • जोधपुर प्रशासनिक मुख्यालय, राजस्थान राज्य के पश्चिम में है।
  • जोधपुर थार मरुस्थल के दाहिने छोर पर स्थित है।
  • जोधपुर को सूर्य नगरी के नाम से जाना जाता है

3. इतिहास

  • जोधपुर के उत्तर में मारवाड़ की प्राचीन राजधानी मंडौर हैं।
  • जोधपुर मारवाड़ों का मुख्‍य वित्तिय राजधानी था, जहाँ राठौड़ वंश ने शासन किया था।
  • जोधपुर की स्थापना एक राजपूत राव जोधा (1438-89 ई.) ने 1459 में की थी और यह भूतपूर्व जोधपुर रियासत की राजधानी था। मंडोर से हटाकर नयी राजधानी यहाँ बसायी गयी थी।
  • नयी राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए चिड़ियाटुंक पहाड़ी पर एक दुर्ग भी बनाया गया था, जो आज भी जोधपुर के किले के नाम से प्रसिद्ध है।
  • जोधपुर पर 1565 ई. में मुग़लों का अधिकार हो गया।
  • जोधपुर राज्य के राव चन्द्रसेन ने 1570 ई. में अकबर से भेंट की लेकिन निराश लौटा और जीवनपर्यंत विरोध करता रहा।
  • 1961 में मुग़ल बादशाह अकबर के आक्रमण के बाद इसने मुग़लों का प्रभुत्व स्वीकार कर लिया।
  • 1679 में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब ने मारवाड़ पर हमला करके इसे लूटा और यहाँ के निवासियों को इस्लाम धर्म स्वीकार करने को मजबूर किया
  • 1818 में जोधपुर ब्रिटिश सत्ता के अंतर्गत आया। 1949 में यह राजस्थान राज्य में शामिल हुआ।

4. कला एवं संस्कृति

  • जोधपुर के वैभवशाली महल, किले और मंदिर, एक तरफ जहाँ ऐतिहासिक गौरव को जीवंत करते हैं वही दूसरी ओर उत्कृष्ट हस्तकलाएँ, लोक नृत्य, संगीत और प्रफुल्ल लोग शहर में रंगीन समां बाँध देते हैं।
  • जोध्पुर शहर के लोग बहुत मिलन्सार होते है, ये सदेव दुस्रो कि मदद के लिये ततपर रह्ते है
  • कलात्मक रूप से बनी हुई रंगबिरंगी पोशाकें पहने हुए लोगों को देखकर प्रतीत होता हैं कि जोधपुर की जीवनशैली असाधारण रूप से सम्मोहित करने वाली है।

5. शिक्षा

  • प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा हेतु सरकारी, स्कूल एवं निजी क्षेत्र की कई स्कूल हैं
  • जोधपुर विश्वविद्यालय, एम.बी.एम. इंजीनियरिंग कॉलेज , डाक्टर एस.एन. मेडिकल कॉलेज, गवर्नमेंट पालीटेक्निक कॉलेज एवं जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय प्रमुख शिक्षण संस्थान है ।
  • IIT जोधपुर नवनिर्मित तकनिकी शिक्षण संस्थान है ।

6. खनिज एवं कृषि

  • जोधपुर शहर कृषि उपज, ऊन, मवेशी, नमक और चमड़े का विपणन केन्द्र है।
  • खानपान में यहाँ ख़ासतौर पर दूध निर्मित खाद्य पदार्थों का ज्‍यादा प्रयोग होता है एवं पशुपालन एक प्रमुख व्यवसाय है।

7. प्रमुख स्थल

  • मेहरानगढ किला भारत के राजस्थान प्रांत में जोधपुर शहर में स्थित है। पन्द्रहवी शताब्दी का यह विशालकाय किला, पथरीली चट्टान पहाड़ी पर, मैदान से 125 मीटर ऊँचाई पर स्थित है और आठ द्वारों व अनगिनत बुर्जों से युक्त दस किलोमीटर लंबी ऊँची दीवार से घिरा है। राव जोधा ने 12 मई 1459 को इस पहाडी पर किले की नीव डाली महाराज जसवंत सिंह ने इसे पूरा किया।
  • उम्‍मैद महल का निर्माण सन 1943 में किया था। मार्बल और बालूका पत्‍थर से बने इस महल का दृश्‍य पर्यटकों को खासतौर पर लुभाता है। यही एक ऐसा बीसवीं सदी का महल है जो बाढ़ राहत परियोजना के अंतर्गत निर्मित हुआ। जिसके कारण बाढ़ से पीड़ित जनता को रोजगार प्राप्त हुआ। यह महल सोलह वर्ष में बनकर तैयार हुआ।
  • जसवंत थड़ा पूरी तरह से मार्बल निर्मित है। इसका निर्माण 1899 में राजा जसवंत सिंह (द्वितीय) और उनके सैनिकों की याद में किया गया था।
  • राजकीय संग्राहलय में चित्रों, मूर्तियों व प्राचीन हथियारों का उत्कृष्ट समावेश है।
  • मंडोर गार्डन शहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। मारवाड़ की प्राचीन राजधानी में जोधपुर के शासकों के स्मारक हैं। हॉल ऑफ हीरों में चट्टान से दीवार में तराशी हुई पन्द्रह आकृतियां हैं जो हिन्दु देवी-देवतीओं का प्रतिनिधित्व करती है।
  • महामंदिर का निर्मीण ईसवीं सन् 1812 में हुआ था। यह अपने 84 नक्काशीदार खंभों के कारण असाधारण है।
  • ओसियां जोधपुर-बीकानेर राजमार्ग की दूसरी दिशा पर रेगिस्तान में यह मरूद्यान स्थित है। इस प्राचीन नगर-क्षैत्र की यात्रा के दौरान बीच-बीच में पड़ते हुए रेगिस्तानी विस्तार व छोटे-छोटे गांव अतीत के लहराते हुए भू-भागों में ले जाते है। ओसियां में सुंदर तराशे हुए जैन व ब्राहाणों के मंदिर है।
  • बालसंमद झील जोधपुर से 5 कि.मी. दूर है। इस सुंदर झील का निर्माण ईसवीं सन् 1159 में हुआ था। झील के किनारे खड़ा भव्य ग्रीष्मकालीन महल खूबसूरत बगीचों से घिरा हुआ है। भ्रमण करने के लिए यह एक रमणीय स्थल है।
  • कायलाना झील एक खूबसूरत झील है एवं आदर्श पिकनिक स्थल है। यहाँ नौकयाना सुविधा उपलब्ध है।
  • मारवाड़ उत्‍सव, कागा में शीतलामाता का उत्‍सव और पीपर का गंगुआर मेला जैसे अनेक मैले यहाँ के प्रसिद्ध है
  • 15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। जोधपुर में कुछ प्रमुख उत्सव है जो बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।

8. नदी एवं झीलें

  • बालसंमद झील जोधपुर से 5 कि.मी. दूर है। इस सुंदर झील का निर्माण ईसवीं सन् 1159 में हुआ था। झील के किनारे खड़ा भव्य ग्रीष्मकालीन महल खूबसूरत बगीचों से घिरा हुआ है। भ्रमण करने के लिए यह एक रमणीय स्थल है।
  • कायलाना झील एक खूबसूरत झील है एवं आदर्श पिकनिक स्थल है। यहाँ नौकयाना सुविधा उपलब्ध है।

9. परिवहन और यातायात

  • जोधपुर रेलवे स्टेशन उत्तर पश्चिमी रेलवे ( NWR ) का संभागीय मुख्यालय है। यह दिल्ली, मुंबई, अजमेर, जयपुर, गुवाहाटी, नागपुर जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा है
  • जोधपुर रोड मार्ग से दिल्ली, अहमदाबाद, अजमेर एवं अन्य शहरों से जुड़ा है
  • जोधपुर हवाई अड्डे राजस्थान के प्रमुख हवाई अड्डों में से एक है ।

10. उद्योग और व्यापार

  • यहाँ इंजीनियरिंग और रेल की कार्यशालाएँ हैं व साथ ही सूती वस्त्र, पीतल तथा लोहे के बर्तन, साइकिल, स्याही और पोलो के उपकरणों का निर्माण होता है।
  • जोधपुर अपने हस्तशिल्प उत्पादों के लिए प्रख्यात है, जिसमें हाथीदाँत का सामान, काँच की चूड़ियाँ, छुरी—काँटा, रंगे हुए वस्त्र, लाख की वस्तुएँ, नमदे, चमड़े का सामान, संगमरमर के पत्थर का काम और क़ालीनों की बुनाई प्रमुख है।
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