GK in Hindi जनरल नॉलेज हिन्दी

हिंदी व्याकरण: सामान्य हिंदी साहित्य Questions

Q. 121 – हिन्‍दी की विशिष्‍ट बोली ‘’ब्रज भाषा’’ किस रूप में सबसे अधिक प्रसिद्ध है।

(a) राज भाषा
(b) तकनीकी भाषा
(c) राष्‍ट्र भाषा
(d) काव्‍य भाषा

Ans.काव्‍य भाषा ।

Q. 122 – निम्‍न‍लिखित में से कौन सी बोली अथवा भाषा हिन्‍दी के अन्‍तर्गत नही आती है।

(a) कन्‍नौजी
(b) बाँगरू
(c) तेलुगू
(d) अवधी

Ans.कन्‍नौजी ।

Q. 123 – वर्तमान हिन्‍दी का प्रचलित रूप है।

(a) अवधी
(b) ब्रजभाषा
(c) खड़ी बोली
(d) देवनागरी

Ans.खड़ी बोली ।

Q. 124 – हिन्‍दी भाषा की बोलियों के वर्गीकरण के आधार पर छत्‍तीसगढ़ी बोली है।

(a) पूर्व हिन्‍दी
(b) पश्चिमी हिन्‍दी
(c) पहाड़ी हिन्‍दी
(d) राजस्‍थानी हिन्‍दी

Ans.पूर्वी हिन्‍दी ।

Q. 125 – ब्रजबुलि नाम से जानी जाती है।

(a) पंजाबी
(b) मराठी
(c) गुजराती
(d) पुरानी बॅगला

Ans.पुरानी बॅगला ।

Q. 126 – भाषा के लिए हिन्‍दीवी शब्‍द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया ।

(a) नरपति नाल्‍ह
(b) अमीर खुसरो
(c) सरहपा
(d) शालिभद्र सूरि

Ans.अमीर खुसरो ।

Q. 127 – कन्‍नौजी किस उपभाषा वर्ग में आती है।

(a) बिहारी
(b) राजस्‍थानी
(c) पूर्वी हिन्‍दी
(d) पश्चिमी हिन्‍दी

Ans.पश्चिमी हिन्‍दी ।

Q. 128 – भाषा के अर्थ में हिन्‍दुस्‍तानी शब्‍द का प्रयोग कब से मिलता है।

(a) 13वीं शती
(b) 17वीं शती
(c) 18वीं शती
(d) 15वीं शती

Ans.15वीं शती ।

Q. 129 – हिन्‍दी भाषा और साहित्‍य के लेखक है।

(a) आचार्य शुक्‍ल
(b) भोलानाथ तिवारी
(c) आचार्य द्विवेदी
(d) श्‍यामसुंदरदास

Ans.श्‍यामसुंदरदास ।

Q. 130 – हिन्‍दी भाषा का इतिहास पुस्‍तक के लेखक है।

(a) आचार्य शुक्‍ल
(b) धीरेन्‍द्र वर्मा
(c) भारतेन्‍दु
(d) हजारी प्रसाद

Ans.धीरेन्‍द्र वर्मा ।

131 अपना मस्तक काटिकै बीर हुआ कबीर — दादूदयाल

132 सन्त सिंगा की भाषा— निमाड़ी

133 हमेशा दुल्लहे की पोशाक में— रज्जब

134 ज्ञानदीप—- शेख़ नवी

135 सबसे बड़ा आदमी एकांकी — भगवतीचरण वर्मा

136 राजतुल हकायक — नूर मोहम्मद

137 अंत हाज़िर हो — मीरकान्त

138 छायावाद का ब्रह्मा– प्रसाद

139 अस्टछाप के ज्येष्ठ कवि– कुम्भनदास

140 छायावाद का विष्णु– पन्त

141 अस्टछाप के कनिष्ठ कवि– नन्ददास

142 छायावाद का महेश– निराला

143 सूफ़ी महिला– राबिया

144 चारुचंद्र लेख— हज़ारी

145 औरत होने की सजा– अरविन्द जैन

146 अनामिका– निराला

147 मिल-जुल मन– मृदुला गर्ग

148 मुहावरों की पाठय पुस्तक– देवबाला

149 पत्रात्मक शैली का उपन्यास– चंद हसीनों के खतूत

150 फ़ोटो नाटक– चढ़त ना दूजो रंग

151 अनल कवि– दिनकर

152 अवध का किसान– त्रिलोचन

153 मुनि मार्ग के हिमायती– शुक्ल

154 खड़ी बोली के समर्थकों को ‘हठी व मुर्ख’ कहा– जग्गन्नाथ दास रत्नाकर

155 कठगुलाब— मृदुला गर्ग

156 आओ पे पे घर चले— प्रभा खेतान

157 स्त्री लेखन का प्रस्थान बिंदु– मित्रो मरजानी

158 कुइयाजान– नासिरा शर्मा

159 हसिनाबाद– गीताश्री

160 क्षयी रोमांस का कवि– बच्चन सिंह

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