जियो की मदद से कम कीमत में मोबाइल इंटरनेट देकर धमाका करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज़ अब जियो गीगा फाइबर लेकर आ रहा है. ये फाइबर टू द होम ब्रॉडबैंड यानि FTTH टेक्नोलॉजी से लैस होगा.
कंपनी का दावा है कि इसकी मदद से उपभोक्ताओं को घर और ऑफिस बैठे 1Gbps की स्पीड मिलेगी. इन तमाम दावों से इतर पहले ये जानिए कि FTHH टेक्नोलॉजी आखिर है क्या और कैसे काम करती है? इसके आने के बाद कैसे भारत में ब्रॉडबैंड की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी.
क्या है पूरी तकनीक?
ऑप्टिकल फाइबर से आपके घर और ऑफिस में तेज और बेहतर कम्युनिकेशन सिग्नल पहुंचाने की तकनीक FTTH कहलती है. ये वर्तमान में इस्तेमाल होने वाली कॉपर इंफ्रास्ट्रक्चर यानि टेलीफोन वायर या कोएक्सिल केबल से कई गुना बेहतर काम करती है.
दुनिया में वीडियो, इंटरनेट और वॉयस सर्विस के लिए इस तकनीक का तेजी से इस्तेमाल हो रहा है.
फाइबर ऑप्टिक केबल सीधे घरों से जुड़ने का कारण?
FTTH तकनीक में केबल के सीधे घर से जुड़ने के पीछे का कारण उपभोक्ताओं को बैंडविड्थ में भारी सुधार देना है. DSL और केबल मॉडम आमतौर पर 5 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की डाउनलोड स्पीड देता है और उपलोड की स्थिति में ये और भी कम हो जाती है. जबकि FTHH के जरिए आप टू वे ट्रांसमिशन स्पीड 100 मेगाबाइट प्रति सेकेंड प्राप्त कर सकते हैं.
केबल और DSL प्रोवाइडर जहां एक तरफ थोड़ी सी स्पीड बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी और उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं. दूसरी तरफ बिना कोई बदलाव किए फाइबर ऑप्टिक उपकरणों के जरिए स्पीड बढ़ाई जा सकती है.
FTTH पर मिलने वाली सेवाएं
- – आईपी सेवा पर टीवी (MPEG2)
- – वीडियो ऑन डिमांड (VOD)(MPEG4) जैसे VCR
- – ऑडियो ऑन डिमांड
- – बैंडविड्थ ऑन डिमांड
- – रिमोट एजुकेशन
- – प्वाइंट टू प्वाइंट और प्वाइंट टू मल्टी प्वाइंट वीडियो, वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग
- – वॉयस और वीडियो टेलीफॉनी ओवर IP: कनेक्शन अंडर कंट्रोल
- – इंट्रैक्टिव गेमिंग
- – ब्रॉडबैंड पर VPN