1. महत्वपूर्ण तथ्य
- चुरु जिले का कुल क्षेत्रफल = 16,830 किमी²
- चुरु जिले की जनसंख्या (2011) = 20,41,172
- चुरु जिले का संभागीय मुख्यालय = बीकानेर
2. भौगोलिक स्थिति
- भौगोलिक स्थिति: 28.30°N 74.95°E
- चुरू उत्तर-पश्चिमी राज्य राजस्थान का एक ज़िला है
- इसे थार मरुस्थल का द्वार भी कहा जाता है।
3. इतिहास
- इस शहर की स्थापना चूहड़ गोत्र के एक जाट चुहरू ने 1620 ईसवीं में की थी- चूरू का नाम उसी संस्थापक के नाम पर है |
- जिस स्थान पर जाट सबसे पहले आकर बसे वह ‘कालेरा बास’ के नाम से जाना जाता है।
4. कला एवं संस्कृति
- यह राजस्थानी परंपरा एवं संस्कृति की छाप छोड़ने वाले एक संभाग है ।
- चुरु में सभी पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाये जाते हैं ।
5. शिक्षा
- यहाँ राजस्थान विश्वविद्यालय से संलग्न अनैक महाविद्यालय हैं
- प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा हेतु सरकारी, स्कूल एवं निजी क्षेत्र की कई अच्छी स्कूल हैं
- चुरु में तकनिकी शिक्षा के लिए इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा कॉलेज है
6. खनिज एवं कृषि
- बाजरा, गेंहू, चना एवं सरसों यहाँ की प्रमुख फ़सलें है।
7. प्रमुख स्थल
- सालासार बालाजी: यह भगवान हनुमान का मंदिर है। यह मंदिर जयपुर-बीकानेर मार्ग पर स्थित है। चूरू भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
- ताल छापर अभयारण्य: ताल छापर अभयारण्य चुरू जिले में स्थित है। यह जगह मुख्य रूप से काले हिरण के लिए प्रसिद्ध है। इस अभयारण्य में कई अन्य जानवर जैसे-चिंकारा, लोमड़ी, जंगली बिल्ली के साथ-साथ पक्षियों की कई प्रजातियां भी देखी जा सकती है।
- चूरू में कई आकर्षक गुम्बद है। अधिकतर गुम्बदों का निर्माण धनी व्यापारियों ने करवाया था। ऐसे ही एक गुम्बद-आठ खम्भा छतरी का निर्माण सन 1776 में किया गया था।
8. नदी एवं झीलें
- चुरू एवं बीकानेर दो ऐसे जिले हैं, जहाँ कोई नदी नहीं है
9. परिवहन और यातायात
- सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जयपुर में है। यह चुरू से 189 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन चूरू है।
- दिल्ली, जयपुर, अजमेर आदि से चुरु के लिए सीधी बस सेवा है।
10. उद्योग और व्यापार
- हैंडलूम, बर्तन, सीमेंट एवं नमक उत्पादन प्रमुख व्यवसाय है