1. महत्वपूर्ण तथ्य
- चित्तौड़गढ़ जिले का कुल क्षेत्रफल = 10,856 किमी²
- चित्तौड़गढ़ जिले की जनसंख्या (2011) = 15,44,392
- चित्तौड़गढ़ जिले का संभागीय मुख्यालय = उदयपुर
2. भौगोलिक स्थिति
- भौगोलिक स्थिति: 24.88°N 74.63°E
- चित्तौड़गढ़ राजस्थान का एक शहर है। यह शूरवीरों का शहर है जो पहाड़ी पर बने दुर्ग के लिए प्रसिद्ध है।
- चित्तौड़ दुर्ग के भीतर ही चित्तौड़नगर बसा है, जिसकी लम्बाई साढ़े तीन मील और चौढ़ाई एक मील है।
- परकोटे की क़िले की परिधि 12 मील है। कहा जाता है कि चित्तौड़ से 8 मील उत्तर की ओर नगरी नामक प्राचीन बस्ती ही महाभारतकालीन माध्यमिका है।
3. इतिहास
- चित्तौड़गढ़ के शासकों में निरंतर युद्ध हुए इसलिए इसे कई बार उजड़ना पड़ा।
- 1303 ई. में सुलतान अलाउद्दीन ख़िलज़ी ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया। इस अवसर पर महारानी पद्मिनी तथा अन्य वीरांगनाएँ अपने कुल के सम्मान तथा भारतीय नारीत्व की लाज रखने के लिए अग्नि में कूदकर भस्म हो गईं और राजपूत वीरों ने युद्ध में प्राण उत्सर्ग कर दिए।
- प्राचीन चित्रकूट दुर्ग या चित्तौड़गढ़ क़िला राजपूत शौर्य के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान रखता है। यह क़िला 7वीं से 16वीं शताब्दी तक सत्ता का एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र हुआ करता था। लगभग 700 एकड़ के क्षेत्र में फैला यह क़िला 500 फुट ऊँची पहाड़ी पर खड़ा है।
- यह माना जाता है कि 7वीं शताब्दी में मोरी राजवंश के चित्रांगद मोरी द्वारा इसका निर्माण करवाया गया था।
- चित्तौड़गढ़ का क़िला कई राजवंशों के शासन का साक्षी रहा है, जैसे- मौर्य (7वीं-8वीं शताब्दी ई.), प्रतिहार – 9वीं-10वीं शताब्दी ई., परमार – 10वीं-11वीं शताब्दी ई., सोलंकी – 12वीं शताब्दी ई., गुहीलोत या सिसोदिया
- चित्तौड़गढ़ क़िले के लम्बे इतिहास के दौरान इस पर तीन बार आक्रमण किए गए। पहला आक्रमण सन 1303 में अलाउद्दीन ख़िलज़ी द्वारा, दूसरा सन 1535 में गुजरात के बहादुरशाह द्वारा तथा तीसरा सन 1567-68 में मुग़ल बादशाह अकबर द्वारा किया गया था। प्रत्येक बार यहाँ जौहर किया गया।
4. कला एवं संस्कृति
- यह राजस्थानी परंपरा एवं संस्कृति की छाप छोड़ने वाले एक संभाग है ।
- चित्तौड़गढ़ में सभी पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाये जाते हैं ।
- हस्तनिर्मित खिलौने, चमड़े के जूते और कपड़े यहाँ के प्रसिद्ध हैं
- चित्तौड़गढ़ मेवाड़ का प्रसिद्ध नगर जो भारत के इतिहास में सिसौदिया राजपूतों की वीरगाथाओं के लिए अमर है।
5. शिक्षा
- यहाँ राजस्थान विश्वविद्यालय से संलग्न अनैक महाविद्यालय हैं
- प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा हेतु सरकारी, सैनिक स्कूल एवं निजी क्षेत्र की कई अच्छी स्कूल हैं
- चित्तौड़गढ़ में तकनिकी शिक्षा के लिए इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा कॉलेज है
6. खनिज एवं कृषि
- गेहूँ, गन्ना और कपास यहाँ की प्रमुख फ़सलें है।
- चित्तौड़गढ़ सीमेंट उत्पादन में अग्रणी जिला है
7. प्रमुख स्थल
- चित्तौड़गढ़ क़िला राजस्थान के इतिहास प्रसिद्ध चित्तौड़ में स्थित है। यह क़िला ज़मीन से लगभग 500 फुट ऊँचाई वाली एक पहाड़ी पर बना हुआ है। परंपरा से प्रसिद्ध है कि इसे चित्रांगद मोरी ने बनवाया था। आठवीं शताब्दी में गुहिलवंशी बापा ने इसे हस्तगत किया।
- पद्मिनी का महल: चौगान के निकट ही एक झील के किनारे रावल रत्नसिंह की रानी पद्मिनी के महल बने हुए हैं। एक छोटा महल पानी के बीच में बना है, जो जनाना महल कहलाता है व किनारे के महल मरदाने महल कहलाते हैं।
- कीर्तिस्तम्भ (विजय स्तम्भ, जय स्तम्भ): महाराणा कुम्भा ने मालवा के सुल्तान महमूद शाह खिलजी को सन् १४४० ई. (वि. सं. १४९७) में प्रथम बार परास्त कर उसकी यादगार में इष्टदेव विष्णु के निमित्त यह कीर्तिस्तम्भ बनवाया था।
- गोरा -बादल की घुमरें: पद्मिनी महल से दक्षिण-पूर्व में दो गुम्बदाकार इमारतें हैं, जिसे लोग गोरा और बादल के महल के रुप में जानते हैं।
- कालिका माता का मंदिर: पद्मिनी के महलों के उत्तर में बांई ओर कालिका माता का सुन्दर, ऊँची कुर्सीवाला विशाल महल है। इस मंदिर का निर्माण संभवतः ९ वीं शताब्दी में मेवाड़ के गुहिलवंशीय राजाओं ने करवाया था।
- समिद्धेश्वर महादेव का मंदिर: गौमुख कुण्ड के उत्तरी छोर पर समिध्देश्वर का भव्य प्राचीन मंदिर है, जिसके भीतरी और बाहरी भाग पर बहुत ही सुन्दर खुदाई का काम है। इसका निर्माण मालवा के प्रसिद्ध राजा भोज ने ११ वीं शताब्दी में करवाया था।
- मीराँबाई का मंदिर: कुंभ श्याम के मंदिर के प्रांगण में एक छोटा मंदिर है, जिसे कृष्ण दीवानी भांतिमति मीराँबाई का मंदिर कहते हैं।
- श्री सांवरिया जी मंदिर, चित्तौड़गढ़ से कुछ दूरी पर मण्डफिया स्थान पर है जिसे कृष्ण धाम भी कहा जाता है
8. नदी एवं झीलें
- गंभीरी, बेड़च, बनास, माही, जाखम चित्तौड़गढ़ में बहने वाली प्रमुख नदियां हैं
- नाहरगढ़ झील चित्तौड़गढ़ में स्थित है
9. परिवहन और यातायात
- चित्तौड़गढ़ कई प्रमुख शहरों जैसे उदयपुर, रतलाम, जयपुर, अमजेर आदि रेल द्वारा पहुँचा जा सकता है।
- चित्तौड़गढ़ का सबसे नज़दीकी हवाईअड्डा उदयपुर में है।
- दिल्ली, उदयपुर, जयपुर, अजमेर और अहमदाबाद आदि से चित्तौड़गढ़ के लिए सीधी बस सेवा है।
10. उद्योग और व्यापार
- चित्तौड़गढ़ सीमेंट उत्पादन में अग्रणी जिला है
- शुगर मील एवं कृषि अन्य व्यवसाय है