इनका उपयोग वातानकुलको, प्रशीतको,और वायु फुहारों में शीतलक के रूप में किया जाता है। इन गैसीय यौगिको को जब वायुमंडल में मुक्त किया जाता है तो उसे वायुमंडल के ऊपरी परतो या समताप मंडल में वायु प्रवाह द्वारा ले जाया जाता है। यहाँ वे ओजोन को अनुत्क्रमणिय ढंग से प्रभावित करती है। यह वायुमंडल को कुछ वर्षो के लिए बड़ा नुकसान पहुचाता रहता है। यह ओजोन परत को घटा देता है हमें हानिकारक पराबैगनी किरणों का सामना करना पड़ता है।
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