विभिन्न स्थानों पर इच्छानुसार नकली वर्षा करने के लिये सिल्वर आयोडाइड या ड्राई आइस का प्रयोग करते है। कोयला की आग में सिल्वर आयोडाइड छिड़कने से धुंए के बादल बन जाते हैं जिन्हें उड़ाकर कृत्रिम वर्षा की जाती है। इसके लिए किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करना पड़ता है।
नाटकों में नकली वर्षा या कृत्रिम वर्षा कैसे होती है?
DsGuruJi Homepage | Click Here |