तिलचट्टे के पार्श्व भाग में श्वास रन्ध्र होते है। मोम का लेप करने पर ये श्वास रन्ध्र बंद हो जाते हैं। श्वास रन्ध्र बंद हो जाने से श्वसन क्रिया रुक जाती है तथा कीट मर जाते हैं।
तिलचट्टे के पार्श्व भाग में मोम का लेप कर देने से क्यों मर जाते हैं?
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