साबुन का जलीय विलयन क्षारीय प्रकृति का होता है अतः यह वस्त्रों एवं हाथों की चमड़ी के लिये हानिकारक है।जबकि अपमार्जक का जलीय विलयन उदासीन होता है अतः अपमार्जक बिना किसी हानि के कोमल रेशों से बने वस्त्रों को साफ़ करने में प्रयुक्त किये जाते हैं।
क्या कारण है कि साबुन हाथों की चमड़ी व वस्त्रों को नुकसान पहुँचाते है जबकि अपमार्जक नहीं?
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