बीज अंकुरित होने के बाद जड़े निकलती है तथा ऊपर की ओर तना निकलता है। जड़े हमेशा नीचे की ओर ही बढ़ती है क्योंकि एक विशेष बल के खिंचाव से जड़े हमेशा नीचे की ओर बढ़ती है जिसे धनात्मक भू-अभिवर्तन बल कहते है| उसी तरह से तना सदैव प्रकाश की ओर ही बढ़ेगा क्योंकि ऊपर की ओर एक विशेष बल के खिंचाव से जिस ऋणात्मक भू-अभिवर्तन कहते हैं के कारण ऊपर की ओर बढ़ता है।