ब्रायोफाइट के सदस्य जल एवं थल, दोनों में पाये जाते हैं। इसलिये इस प्रभाग को पादप जगत का उभयचर कहते हैं। इन्हें प्रथम स्थलीय पौधा भी माना जाता है। ये नम क्षेत्रों जैसे- झीलों, झरनों, नदियों के किनारे तथा पुरानी नम दीवारों इत्यादि में पाये जाते हैं। वर्षा के दिनों में इन्हें दीवारों पर हरी चादर के रुप देखा जा सकता है। इनमें हरितलवक होते हैं। निषेचन के लिये जल आवश्यक होता है और शरीर थैलसीनुमा होता है। इनके जनन अंग बहुकोशिकीय होते हैं। मार्केन्शिया, रिक्सिया, नोटोथायलस, एन्थेसिरॉस एवं मॉस इसके उदाहरण हैं।
ब्रायोफाइटा Bryophyta
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