प्रकृति के विभिन्न बलों/प्रभाव क्षेत्रों के एकीकरण में प्रगति |
भौतिकविद् | वर्ष | एकीकरण संबंधी उपलब्धियाँ |
आइजक न्यूटन | 1687 | खगोली तथा पार्थिव यांत्रिकी को एकीकृत किया : यह दर्शाया कि दोनों प्रभाव क्षेत्रों पर समान गति के नियम तथा गुरुत्वाकर्षण नियम लागू होते हैं। |
हेंस क्रिश्चियन ऑस्टेड | 1820 | यह दर्शाया कि वैद्युत तथा चुंबकीय परिघटनाएँ एक एकीकृत प्रभाव क्षेत्र-विद्युत |
माइकल फैराडे | 1830 | चुंबकत्व के अविच्छेद्य रूप है |
जैम्स क्लार्क मैक्सवेल | 1873 | विद्युत-चुम्कत्व तथा प्रकाशिकी को एकीकृत किया, यह दर्शाया कि प्रकाश विद्युत-चुंबकीय तरंगें हैं। |
शैल्डन ग्लाशोव, अब्दुस, सलाम, स्टीवन वीनबर्ग | 1979 | यह दर्शाया कि ‘दुर्बल’ नाभिकीय बल तथा विद्युत-चुंबकीय बल को एकल ‘विद्युत-दुर्बल’ बल के विभिन्न रूपों की भांति देखा जा सकता है। |
कार्लो रूबिया, साइमन वान्डर | 1984 | ‘विद्युत-दुर्बल’ बल के सिद्धांत के पूर्वानुमानों का प्रायोगिक रूप से सत्यापन किया |
Leave a Comment