बंद घरों में दिनभर की संचित गर्मी हवा के बहाव के अभाव में रात्रि के समय धीरे-धीरे ठंडे वातावरण में विलीन होती है जबकि मैदान खुले होने के कारण पेड़-पौधों एवं अन्य साधनों की नमी के कारण या तो ये गर्म होते ही नहीं है या फिर रात्रि के समय जब सूर्य ढलता है तो सम्पूर्ण मैदान की गर्मी तुरंत ही विलीन हो जाती है। यही कारण है कि गर्मियों की रातो में मैदान की अपेक्षा मकान के अन्दर कमरों में अधिक गर्मी लगती है।
गर्मियों के दिनों में रात के समय घरों में अधिक गर्मी लगती है एवं मैदानों में कम गर्मी क्यों लगती है?
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