प्रतिभोज विवाह या बर्थडे पार्टी व अन्य समारोह पर हम गरिष्ठ भोजन लेते है जिसमें वसा, चिकनाई व शर्करा की मात्रा अधिक होती है। इसके सेवन के पश्चात हमें नींद आने लगती है क्योंकि नींद के लिये हमारे मस्तिष्क का हाइपोथेलैमस उत्तरदायी होता है जब यह हमारी पेशियों को आराम करने का आदेश देता है तो हम नींद या सुस्ती का आभास होने लगता है। जैसे-जैसे मांसपेशियां आराम की स्थिति में आती है और हमारी पलकें भारी होने लगती है।गरिष्ठ भोजन करने की स्थिति में हाइपोथेलैमस में मिलेटोनिन नामक प्रोटीन कम मात्रा में बनता है। साथ ही रक्त ट्यूब की सप्लाई आमाश्य व आँतों में अधिक करने लगते है जिसे की सप्लाई मस्तिष्क को पूरी नहीं हो पाती है तथा मस्तिष्क थकान का अनुभव करने लगता है और हमें नींद या सुस्ती आने लगती है।
गरिष्ठ भोजन के सेवन के पश्चात नींद क्यों आने लगती है?
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