पान बनाते समय कत्था व चूना लगाया जाता है। इस कत्थे में एक पदार्थ होता है जिसे कतेचू कहते है। यह कतेचू चूने से बने क्षारीय माध्यम में आक्सीजन से क्रिया करके कतेचूटैनिक अम्ल बनाता है। यह कतेचूटैनिक अम्ल लाल रंग का यौगिक होता है जो मुख को रंग देता है।
कैसे रंग देता है पान, मुख को?
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